कैसे पहचानें कुंडली में शनि दोष
आलस्य देता है प्रतिकूल शनि
शनि का राशि परिवर्तन होते ही लोग भयभीत हो उठते हैं कि अब शनिदेव न जाने क्या गजब ढाएँगे। जिन लोगों की कुंडली नहीं बनी होती उनके लिए यह बड़ा प्रश्न होता है कि शनि बुरा है या अच्छा यह कैसे जानें... शनि की प्रतिकूल अवस्था हमारी दिनचर्या को भी प्रभावित करती है, जिसे नोट करके जाना जा सकता है कि कहीं शनि प्रतिकूल तो नहीं। 1.
यदि शरीर में हमेशा थकान व आलसभरा लगने लगे।2.
नहाने-धोने से अरुचि होने लगे या नहाने का वक्त ही न मिले। 3.
नए कपड़े खरीदने या पहनने का मौका न मिले।4.
नए कपड़े व जूते जल्दी-जल्दी फटने लगें।5.
घर में तेल, राई, दालें फैलने लगे या नुकसान होने लगे। 6.
अलमारी हमेशा अव्यवस्िथत रहने लगे।7.
भोजन से बिना कारण अरुचि होने लगे।8.
सिर व पिंडलियों में, कमर में दर्द बना रहे।9.
परिवार में पिता से अनबन होने लगे। 10.
पढ़ने-लिखने से, लोगों से मिलने से उकताहट होने लगे, चिड़चिड़ाहट होने लगे।
यदि ये लक्षण आप स्वयं में महसूस करें, तो शनि का उपाय करें। तेल, राई, उड़द का दान करें। पीपल के पेड़ को सींचें, दीपक लगाएँ। हनुमान जी व सूर्य की आराधना करें, माँस-मदिरा का त्याग करें, गरीबों की मदद करें, काले रंग न पहनें, काली चीजें दान करें।