ज्योतिष में हर ग्रह किसी न किसी राशि का प्रतिनिधित्व करता है। जिस प्रकार किसी एक बिंदु को आधार मानकर उसके चारों और की गोलाई को नापा जाए तो वह 360 डिग्री से ज्यादा कभी नहीं हो सकती उसी प्रकार सूर्य को केंद्र बिंदु मानकर आकाश मंडल को समान रूप से बारह भागों में विभाजित किया गया है।
इस तरह बारह राशियों में हमारे ग्रह विचरण करते हैं। ग्रहों का राशि-भ्रमण हमारे जीवन को प्रभावित करता है। आगामी एक सप्ताह में एक साथ आठ ग्रह अपनी राशियाँ बदल रहे हैं। आइए जाने अलग-अलग राशियों पर ग्रह परिवर्तन का प्रभाव और उनके उपाय :-
मेष- मेष राशिवालों पर बदल रहे आठ ग्रहों का विपरीत प्रभाव रहेगा, जो सितंबर 2008 तक चलेगा। इन दिनों आप यात्रा न करें। हनुमान चालीसा और गायत्री मंत्र का पाठ करें। आने वाली परेशानियों से बचने के लिए मूँगा, मोती धारण करें। वृषभ- ग्रह शुभ रहेंगे। धन लाभ होगा। 24 जून से 25 सितंबर तक परेशानी आ सकती हैं। अत: संभलकर रहे। व्यापार में साझेदारी ना करें। इस राशिवाले को पन्ना व पुखराज धारण करना चाहिए। साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करना लाभदायी रहेगा।
जिस प्रकार किसी एक बिंदू को आधार मानकर उसके चारों और की गोलाई को नापा जाए तो वह 360 डिग्री से ज्यादा कभी नहीं हो सकती उसी प्रकार सूर्य को केंद्र बिंदू मानकर आकाश मंडल को समान रूप से बारह भागो में विभाजित किया गया है।
मिथुन- पारिवारिक कारणों से परेशानी संभव है। स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें। ग्रहों का विपरीत प्रभाव दिखाई देगा। धन, वाणी पर नियंत्रण रखें। शराब पीने से परहेज करें। शेयर मार्केट में निवेश ना करें। कर्क- कर्क राशि पर साढ़ेसाती चल रही है। ग्रह अशुभ घर में आने से नौकरी संबंधी परेशानी, पिता पक्ष से तनाव रहेगा। सेहत संबंधी सतर्कता रखना होगी। मूँगा-मोती धारण करें। हनुमान चालीसा का पाठ लाभदायी रहेगा। रुद्राभिषेक करें। साथ ही गायत्री मंत्र का पाठ भी करें। 2009 तक संयम से चलना हितकर रहेगा। माँसाहार से बचें। शनि मंगल से संबंधित वस्तुओं का दान करें। सिंह- मिश्रित ग्रह का प्रभाव रहेगा। राहू का प्रभाव ठीक रहेगा। बाकी ग्रहों का प्रभाव मिला-जुला रहेगा। धन मामले में सितंबर तक का समय अच्छा रहेगा। पारिवारिक संबंधों में सावधान रहें। मूँगा-पन्ना धारण करें। हनुमान चालीसा, गायत्री मंत्र का जाप करें। शनि, सूर्य, मंगल ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का दान करें।
कन्या- मंगल का राहू एकादश भ्रमण अच्छा रहेगा। जून तक का समय काफी अच्छा रहेगा। निवेश, यात्रा से बचें। कर्ज से सावधान रहें। पन्ना, पीला पुखराज धारण करें। शनि से संबंधित वस्तु दान दें। शनि बीज मंत्र का जाप करें। 'ॐ शं: शनैश्चराय नम:' का जाप करें।
तुला- प्रभाव मिश्रित रहेगा। 3 मई से जुलाई तक सूर्य अस्त रहेगा। नवंबर तक मंगल परेशान करेंगा। वैवाहिक संबंधों में परेशानी हो सकती है। शुक्र अस्त होने के कारण मीडिया से जुड़े लोग सावधान रहें। मद्यपान और मांसाहार से बचें। हीरा, सफेद पुखराज धारण करें। हनुमान चालीसा लाभदायक सिद्ध होगा। सूर्य मंगल ग्रहों से संबंधित वस्तुओं का दान फलदायी रहेगा। वृश्चिक- मंगल अक्टूबर से दिसंबर तक खराब होने कामकाज बिगड़ेंगे। जून का समय साधारण बीतेगा। इन दिनों अपने जीवनसाथी का ध्यान रखें। हनुमान चालीसा का जाप करें। मोती-मूँगा धारण करें। धनु- 28 अप्रैल से मंगल राहू बदल रहे हैं। जो सितंबर 2009 तक रहेंगे। मंगल की स्थिति धन लाभ के लिए अच्छी साबित होगी। उदर समस्या से बचना होगा। मांसाहार और मद्यपान से बचें। शनि वस्तुओं का दान फायदेमंद रहेगा। शनि बीज मंत्र का जाप करें। हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। सितंबर 2009 तक का समय खराब रहेगा।
मकर- 25 सितंबर तक शनि खराब। संपत्ति, अन्यत्र निवेश से बचें। क्रोध बढ़ेगा। शिवलिंग का पूजन करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। सूर्य मंगल से संबंधित सामान का दान करें। नीलम हल्के रंग का धारण करें।
कुंभ- सभी ग्रहों का मिला-जुला प्रभाव। सितंबर तक शुभ रहेगा। मई से अक्टूबर तक समय खराब होने से यात्रा करने से बचें। पीला पुखराज, मूँगा धारण करें। हनुमान चालीसा, गायत्री मंत्र का जाप करें।
मीन- बदलते राहू का प्रभाव शुभ रहेगा। अप्रैल से अक्टूबर तक का समय खराब रह सकता है। शराब और मांसाहार से से परहेज करें। शनि की स्थिति पेट के लिए खराब रहेगी। मंगल का प्रभाव 27 जनवरी तक रहेगा। अगला डेढ़ साल का समय बहुत अच्छा रहेगा। हनुमान चालीसा का जाप करना मीन राशिवालों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
विशेष *- रत्न धारण करने से पूर्व किसी सुयोग्य ज्योतिषी की सलाह अवश्य लें। *- शास्त्रों के अनुसार विष्णुसहस्रनाम का पाठ घोर संकट में ही करना चाहिए।