शनि-पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग
शनि-पुष्य नक्षत्र पर करें शॉपिंग
दीपावली व धनतेरस से ठीक पहले इस खरीददारी का महायोग बन रहा है। 30 साल बाद शनिवार को पुष्य नक्षत्र का अद्भुत संयोग पड़ रहा है। यह दिन खरीददारी और नए काम शुरू करने के लिए अतिशुभ माना गया है। गुरु, शुक्र और मंगल ग्रह के स्वग्रही होने से पुष्य नक्षत्र की महत्ता बढ़ गई है। ज्योतिषी के मुताबिक पुष्य नक्षत्र में गहने खरीदना सोने में सुहागा होगा। इस बार 30 अक्टूबर, शनिवार को पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग है, जो कि खरीददारी के लिए काफी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि शनि-पुष्य नक्षत्र में खरीदी हुई वस्तु का उपयोग काफी शुभ व फलदायी होता है, इसलिए बहुत से लोग शुभ कार्यों और खरीददारी के लिए इस शुभ नक्षत्र का इंतजार करते हैं।
ज्योतिषियों के मुताबिक पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों बलवान होता है, यह नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए सबसे उत्तम रहता है। इस दिन भौतिक सुख-सुविधा की वस्तुएँ खरीदना काफी फलदायी रहता है। इस बार पुष्य नक्षत्र का योग 29 अक्टूबर को रात 1.30 बजे से शुरू होकर 30 अक्टूबर रात 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। दीपावली की खरीददारी इस नक्षत्र में की जाए तो काफी शुभ रहेगी।सोना, चाँदी, ताँबा खरीदी शुभ :- ज्योतिषियों का कहना हैं कि 30 साल बाद यह संयोग बना है। पुष्य नक्षत्र शुक्रवार रात 1.30 से शनिवार रात 12.35 तक रहेगा। इस नक्षत्र में सप्तमी व अष्टमी का कालाष्टमी का योग बन रहा है। राशिनुसार क्या खरीदें :- इस शुभ मुहूर्त में मीन, तुला, कुंभ, मिथुन व वृषभ राशि वाले सोना खरीदें। कर्क, सिंह, वृश्चिक राशि वाले चाँदी के साथ लाल कलर का मैटल लगा धातु भी खरीदें। कन्या, मकर व धनु राशि वाले घर में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएँ खरीदें और मेष राशि वाले ताँबा खरीदें तो उनके लिए अति शुभ होगा। कार्तिक मास में पड़ने वाला शनि-पुष्य नक्षत्र के दिन शिव की उपासना करके दवाई सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।ज्योतिषियों के मुताबिक पुष्य नक्षत्र के इस शुभ मुहूर्त में सोने-चाँदी के आभूषण की खरीददारी का विशेष महत्व रहता है। इसके साथ ही इस मुहूर्त में वाहन, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की खरीददारी भी अच्छी रहती है। शनिवार को यह मुहूर्त होने की वजह से मशीनरी की खरीददारी काफी फलदायी रहेगी।