रिश्तों में मधुरता के लिए राशिनुसार बांधे राखी
रक्षा बंधन : राशिनुसार बांधें राखी तो बनी रहेगी मधुरता
राशि के अनुसार बांधें राखी, बनाएं भाई को भाग्यशाली
रक्षाबंधन का पर्व सभी पर्वों से बड़ा ही महत्वपूर्ण होता है। इस दिन बहन अपने भाई को रक्षासूत्र बांधती है। इसके फलस्वरूप भाई अपनी श्रद्धानुसार बहन को उपहार देकर उसकी रक्षा का वचन देता है। राखी का बंधन कई युगों से चला आ रहा है। द्रौपदी जब संकट की घडी़ में दुशास्सन द्वारा भरी सभा में चीरहरण किया जा रहा था, तब भगवान श्रीकृष्ण ने ही द्रौपदी की लाज रखी थी।भगवान श्रीकृष्ण जब शीशुपाल का वध अपने सुदर्शन चक्र से करते वक्त उनकी तर्जनी अंगुली क्षतिग्रस्त हो गई थी व उससे रूधीर बह रहा था। तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़ कर अंगुली में बांधा था, उसी का ऋण श्रीकृष्ण ने चीरहरण के वक्त चीर बढ़ा कर किया।