मन को शांति और ऊर्जा देते हैं पौधे
सोच में बदलाव लाते हैं पौधे
घरेलू बगिया में कुछ पौधे औषधि के साथ-साथ धार्मिक महत्व के भी होते हैं। घरेलू गार्डन में रंगबिरंगे फूलों के साथ-साथ शुभांक माने जाने वाले पौधे रोपने का चलन खास हो गया। इन पौधों से लोगों की धारणाएं एवं वैचारिक मानसिकता भी कहीं न कहीं जुड़ी होती हैं। इनकी सुंदरता को देखकर मन पुलकित हो उठता हैं। घर में पवित्रता का वातावरण निर्मित करते यह फूल और पेड़-पौधे गार्डनों की शोभा बनकर मन को आनंदित कर देते है। इस संबंध में कई युवाओं का मनाना है इन पर दृष्टि पड़ते ही हमारे स्वाभाविक सोच में त्वरित परिवर्तन आता है। मन में सकारात्मकता बढ़ने लगती है। मन में पढ़ाई और कुछ कर दिखाने के प्रति जज्बा बढ़ने लगता है। घर के वातावरण को रमणीय बनाने वाले इन प्राकृतिक फूलों का कोई अन्य विकल्प ही नहीं हैं। गार्डनों की शोभा बने पुष्प हमेशा मुस्कराते रहते हैं और हमें धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा देकर हमारे जीवन का मार्ग प्रशस्त करते है।
कुछ विद्वान राशियों के अनुसार पौधे रोपने और उनका पूजन करने की सलाह देते हैं। ऐसा इस आधार पर किया जाता है कि हर पौधे में किसी ना किसी देवता का निवास माना जाता है। राशियों के स्वामी और उनके देवता भी सुनिश्चित होते हैं अत: उनके अनुसार ही यहं निर्धारित किया जाता है कि किस राशि वाले जातक को किस पौधे या वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। लेकिन सामान्य रूप से घर की सुख शांति के लिए कुछ फूलों का विशेष महत्व है। इन फूलों में मधुकामनी, विष्णुकांता, चंपा चमेली, तुलसी, नीम, शमी, सदा सुहागन आदि शामिल हैं।