• Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. Raksha bandhan Rakhi ke achuk upay
Written By WD Feature Desk
Last Updated : शनिवार, 17 अगस्त 2024 (12:44 IST)

Raksha bandhan 2024 : रक्षाबंधन राखी पर यदि कर लिए ये 8 अचूक उपाय तो धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता

Raksha bandhan 2024 : रक्षाबंधन राखी पर यदि कर लिए ये 8 अचूक उपाय तो धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता - Raksha bandhan Rakhi ke achuk upay
Raksha bandhan Rakhi ke achuk upay: 19 अगस्त 2024 को रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाएगा। राखी के इस पर्व पर श्रावण मास की पूर्णिमा होती है। यदि आप आर्थिक संकट से परेशान हैं, कर्ज से मुक्ति चाहते हैं और दरिद्रता आपको सता रही है तो इस बार रक्षाबंधन पर आजमाएं हमारे बताए गए 8 अचूक उपाय।
 
1. रक्षा बंधन का त्योहार पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है पूर्णिमा के देवता चंद्रमा है। इस तिथि में चंद्रदेव की पूजा करने से मनुष्‍य का सभी जगह आधिपत्य हो जाता है। यह सौम्या तिथि हैं।
2. रक्षाबंधन पर 5 शुभ योग का संयोग आ रहा है, जो बहुत दुर्लभ योग है। इन योगों के नाम हैं-  सर्वार्थ सिद्धियोग, रवियोग, सौभाग्ययोग, शोभनयोग और श्रावण नक्षत्र के संयोग सहित ये 5 योग हैं। अत: इस दिन व्रत रख कर रक्षा बंधन मनाने का कई गुना लाभ है।
 
3. रक्षा बंधन पर हनुमानजी को राखी बांधने से वे भाई-बहनों के बीच के क्रोध को शांत करके उनमें आपसी प्रेम को बढ़ा देते हैं।
 
4. आपको यदि ये लगता है कि मेरे भाई को किसी की नजर लग गई है तो आप इस दिन फिटकरी को अपने भाई के उपर से 7 बार वार कर उसे किसी चौराहे पर फेंक आएं या चूल्हे की आग में जला दें। इससे नजर दोष दूर हो जाएगा।
 
5. यह भी कहा जाता है कि इस दिन गणेशजी की पूजा करने से भाई-बहन के रिश्‍ते में प्‍यार बढ़ जाता है।
 
6. इस दिन बहन को हर तरह से खुश रखने और उसे उसका मनपसंद उपहार देने से भाई के जीवन में भी गई खुशियां लौट आती हैं।
7. दरिद्रता दूर करने के लिए अपनी बहन के हाथ से गुलाबी कपड़े में अक्षत, सुपारी और एक रुपए का सिक्का ले लें। इसके बाद अपनी बहन को वस्त्र और मिठाई उपहार और रुपए दें और चरण छूकर उसका आशीर्वाद लें। दिए गए गुलाबी कपड़े में लिया गया सामान बांधकर उचित स्थान पर रखने इसे घर की दरिद्रता दूर हो जाएगी।
 
8. एक दिन एकाशना करने के उपरांत रक्षाबंधन वाले दिन शास्त्रीय विधि-विधान से राखी बांधते हैं। फिर साथ ही वे पितृ-तर्पण और ऋषि-पूजन या ऋषि तर्पण भी किया जाता है। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद और सहयोग मिलता है जिससे जीवन के हर संकट समाप्त हो जाते हैं।
ये भी पढ़ें
Rakhi janmashtami 2024: जन्माष्टमी पर राखी बांधने के शुभ मुहूर्त कौन से हैं?