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Written By WD Feature Desk
Last Updated : सोमवार, 4 अगस्त 2025 (12:00 IST)

नरेंद्र मोदी से 2 तरह के लोग ही बच सकते हैं, वर्ना पछताना पड़ता है शत्रु को

Narendra Modi
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनीतिक जीवन में कई लोगों की शत्रुता का सामना किया है और वे आज भी इसी समस्या में हैं। उनके शत्रुओं की संख्या अनगिनत है। गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्व काल से लेकर अब तक वे शत्रु्ओं का सामना करते रहे हैं। जितने उनके समर्थक हैं उतने ही उनके शत्रु भी या शायद उससे नहीं ज्यादा। लेकिन नरेंद्र मोदी की कुंडली में कुछ ऐसे योग हैं जिसके चलते उनके शत्रुओं को बहुत भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
 
नरेंद्र मोदी की कुंडली में है शत्रुहंता योग:
मोदी की कुंडली में नीचभंग राजयोग:- मोदी जन्म समय: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म मेहसाणा जिला के वडनगर ग्राम में 17 सितंबर 1950 को दोपहर 12:09 बजे हुआ था। इंटरनेट से प्राप्त जन्म समय के अनुसार पीएम मोदी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न की है और उनकी राशि भी वृश्चिक है। सूर्य राशि कन्या और पाश्चात्य राशि भी कन्या है। वृश्चिक लग्न कुंडली के लग्न में मंगल और चंद्र बैठे हैं। मंगल और चंद्र की युति को महालक्ष्मी योग कहते हैं। इसी के साथ ही लग्नेश मंगल केंद्र में स्वराशिस्थ होकर 'रूचक' नामक पंच महापुरुष राजयोग बना रहा है। मोदी की कुंडली में चन्द्र नीच राशिस्थ होकर मंगल के साथ युति कारक होने एवं चन्द्र की उच्च राशि के स्वामी शुक्र के चन्द्र से दशमस्थ होने से उनकी जन्म पत्रिका में 'नीचभंग राजयोग' बन रहा है। नीचभंग राजयोग जातक को उच्चपद तो देता ही है साथ में वह शत्रुओं की फौज भी खड़ी कर देता है।
 
मोदी की कुंडली में शत्रुहंता योग:-
यदि छठे भाव का स्वामी किसी भी तरह से नवम भाव से योग बनाए तो शत्रुहंता योग बनता है। मंगल छठे भाव का स्वामी है और चंद्रमा नवम भाव का स्वामी है। लग्न में मंगल और चंद्र की युति है। कुंडली में मंगल और चंद्र लग्न में होकर वृश्चिक राशि में बैठे हैं और छठे भाव में मेष राशि है यह दोनों ही योग कुंडली में शत्रुहंता योग बनाते हैं। मोदी की कुंडली में सप्तमेश शुक्र शत्रुक्षेत्री होकर शनि के साथ युति कारक है एवं इस युति पर गुरु की पूर्ण दृष्टि है। यही कारण है कि मोदी के शत्रु मोदी से कभी जीत नहीं पाएं। जिन लोगों ने भी उनसे सीधा सीधा पंगा लिया उनका भविष्य खतरे में आ गया है।
कौन बच सकता है शत्रुहंता योग से?
मंगल की इसी स्थिति के कारण मोदी अपने विरोधियों को कभी माफ नहीं कर पाते हैं। मौका मिलने पर विरोधियों से बदला जरूर लेते हैं। वे अपने शत्रुओं के सामने कभी झुक नहीं सकते। उनके शत्रुहंता योग से 2 तरह के लोग ही बच सकते हैं- 1. पहला वह जिसकी कुंडली में भी शत्रुहंता योग हो या जिसका मंगल स्ट्रांग हो और 2. दूसरा वह व्यक्ति बच सकता है जिसमें कोई आध्यात्मिक बल हो या जो किसी अध्यात्मिक शक्ति से जुड़ा हो।
 
मोदी के शत्रुओं की लिस्ट लंबी है जिनका पतन हो चुका है लेकिन ताजा नाम अब ट्रम्प का जुड़ा है। भारत के सत्तापक्ष और विपक्ष में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने मोदी से सीधे-सीधे पंगा लिया और वे मुश्‍किल में फंस गए हैं। इसी प्रकार विदेश में मोदी से पंगा लेने वाले कनाडा के जस्टिन ट्रूडो, मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज़्ज़ू, पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान सहित पाकिस्तान के अन्य नेता। चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग को भी कई मौकों पर मुंह की खाना पड़ी है। इस तरह उनके शत्रुओं की लिस्ट बहुत लंबी है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer): उपर्युक्त विश्लेषण मोदी की उपलब्ध जन्म पत्रिका के आधार पर दिया गया है। हम प्राप्त जन्म पत्रिका की प्रामाणिकता का दावा नहीं करते हैं। चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। 
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