'पाक्षिक-पंचांग': मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचांग' की श्रंखला में प्रस्तुत है मार्गशीर्ष (अगहन) शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह- मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष- शुक्ल पक्ष (8 दिसंबर- 22 दिसंबर)
ऋतु: हेमंत-शिशिर
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 9 दिसंबर, 16 दिसंबर, 18 दिसंबर, 19 दिसंबर
अमृतसिद्धि योग- 18 दिसंबर,
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित
त्रिपुष्कर योग- अनुपस्थित
रविपुष्य योग- अनुपस्थित
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 19 दिसंबर (मोक्षदा एकादशी व्रत)
प्रदोष- 20 दिसंबर
भद्रा- 10 दिसंबर (उदय)- 11 दिसंबर (अस्त), 14 दिसंबर (उदय)- 15 दिसंबर (अस्त),
18 दिसंबर (उदय)-19 दिसंबर (अस्त), 21 दिसंबर (उदय)- 22 दिसंबर (अस्त)
पंचक- 12 दिसंबर से उदय- 17 दिसंबर को अस्त
मूल- 16 दिसंबर को प्रारंभ-18 दिसंबर समाप्त
पूर्णिमा- 22 दिसंबर
ग्रहाचार: सूर्य-वृश्चिक राशि में (17 दिसंबर से धनु राशि में), चंद्र-(सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-कुंभ राशि में, बुध-वृश्चिक राशि में, गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार : 18 दिसंबर-गीता जयंती, 22 दिसंबर- श्री दत्तगुरु महाप्रभु जयंती, 21 दिसंबर-सूर्य उत्तरायण
(विशेष- उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों/योगों में परिवर्तन संभव है।)
- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र