शनि का पूजन विशेष फलदायी
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय
भविष्यपुराण में ऐसा उल्लेख है कि शनि अमावस्या के दिन शनि का पूजन विशेष फलदायी होता है। जिन जातक की कुंडली या राशियों पर सा़ढ़ेसाती व ढैया का प्रभाव है वे अच्छे फल प्राप्त करने के लिए 24 दिसंबर को पड़ने वाली शनिश्चरी अमावस्या पर शनिदेव का विधिवत पूजन कर पर्याप्त लाभ उठा सकते हैं। बताए गए उपाय सभी जातकों को सफलता दिलाएंगे। ज्योतिषाचार्य राजकुमार शास्त्री के अनुसार 24 दिसंबर को शनिश्चरी अमावस्या का मुहूर्त प्रातः 6.30 से प्रारंभ होकर रात्रि 3.40 तक रहेगा। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए ये करें उपाय
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शनि अमावस्या के दिन या रात्रि में शनि चालीसा का पाठ, शनि मंत्रों का जाप एवं हनुमान चालीसा का पाठ करें।-
इस दिन पीपल के पेड़ पर सात प्रकार का अनाज चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। -
तिल से बने पकवान, उड़द से बने पकवान गरीबों को दान करें। -
उड़द दाल की खिचड़ी दरिद्रनारायण को दान करें। -
अमावस्या की रात्रि में 8 बादाम और 8 काजल की डिब्बी काले वस्त्र में बांधकर संदूक में रखें। -
शनि यंत्र, शनि लॉकेट, काले घोड़े की नाल का छल्ला धारण करें। -
इस दिन नीलम या कटैला रत्न धारण करें। जो फल प्रदान करता है। -
काले रंग का श्वान इस दिन से पालें और उसकी सेवा करें।