मंत्रों का पाठ 108 बार ही क्यों?
आखिर क्या है राज 108 की संख्या का?
* जानिए, जप माला में 108 मनके ही क्यों होते हैं हम सभी जानते हैं कि मंत्र जप माला में 108 मनके होते हैं। आखिर इस 108 की संख्या का राज क्या है? जानिए माला जपने के नियम और जप माला की संक्षिप्त जानकारी - माला कार्यानुसार तुलसी, वैजयंती, रुद्राक्ष, कमल गट्टे, स्फटिक, पुत्रजीवा, अकीक, रत्नादि किसी की भी हो सकती है।अलग-अलग कार्य सिद्धियों के अनुसार ही इन मालाओं का चयन होता है।