जब पहली और आखिरी बार भारत ने की थी एशिया कप की मेजबानी, पाकिस्तान ने नहीं भेजी थी टीम
Asia Cup 1990-91 : इस साल Asia Cup एशिया कप में विवाद मेजबानी से ही शुरु हो गए थे। पाकिस्तान ने पहले ही कह दिया था कि अगर मेजबानी छीनी जाती है तो वह इस बार एशिया कप नहीं खेलेगा। एशियाई क्रिकेट काउंसिल पर सभी देशों को हायब्रिड मॉडल पर राजी किया गया ताकि 4 मैचों की मेजबानी पाकिस्तान को भी मिल सके क्योंकि भारत पाकिस्तान जाने को राजी नहीं था। तब जाकर पाकिस्तान एशिया कप में भाग लेने को तैयार हुआ। लेकिन एक बार पाकिस्तान वास्तव में एशिया कप का बहिष्कार कर चुका है।
1990/91 सीज़न में भारत ने पहली बार एशिया कप (Asia Cup) की मेजबानी की थी। भारत के साथ खराब संबंधों के कारण पाकिस्तान ने इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया। इस सीजन में केवल तीन ही टीमों भाग लिया था। मेजबान टीम भारत के अलावा, श्रीलंका और बांग्लादेश अन्य प्रतिभागी थे। यह 25 दिसंबर 1990 और 4 जनवरी 1991 के बीच भारत में आयोजित किया गया था।
22 साल पहले भारत को मिली थी मेजबानीदिलचस्प बात यह है कि यह पहली और आखिरी बार था जब एशिया कप की सबसे सफल टीम भारत को इस टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी। 22 सालों से अब तक भारत ने एशिया कप की मेजबानी में दिलचस्पी नहीं दिखाई क्योंकि पाकिस्तान से कूटनीतिक संबंध बुरे रहे।
1990-91 Asia Cup भी राउंड-रॉबिन टूर्नामेंट (Round-Robin) था जहां प्रत्येक टीम एक-दूसरे से एक बार खेलती थी, और शीर्ष दो टीमें फाइनल में जगह बनाने के लिए क्वालीफाई करती थी। Team India और Team Srilanka ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराया था।
फाइनल में Kapil Dev द्वारा Hattrick लेने के साथ वह भारत के लिए Chetan Sharma के बाद वनडे में हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने थे। कपिल देव की हैट्रिक की मदद से Kolkata के Eden Gardens में भारत ने 4 जनवरी 1991 को श्रीलंका को 7 विकेट से हराकर अपना टाइटल डिफेंड किया। यह भारत की लगातार दूसरी और कुल तीसरी टूर्नामेंट जीत थी। कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) को 39 गेंदों पर 54 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना (Man of the Match) गया था। Azharuddin, Sanjay Manjrekar (75) के साथ नाबाद रहे थे। अपना पहला एशिया कप खेलते हुए, सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar First Asia Cup) ने 53 रन बनाए थे।
दिनांक: 25 दिसंबर 1990 - 4 जनवरी 1991
टूर्नामेंट प्रारूप: राउंड-रॉबिन
मेज़बान: भारत
चैंपियन: भारत (तीसरा खिताब)
उपविजेता: श्रीलंका
टीम : 3
मैच : 4
सर्वाधिक रन : अर्जुन रणतुंगा (166)
सर्वाधिक विकेट: कपिल देव (9)
(Asia Cup 1990-91 Squad)
India |
Srilanka |
Bangladesh |
Mohammad Azharuddin (c) |
Arjuna Ranatunga (c) |
Minhajul Abedin (c) |
Ravi Shastri |
Hashan Tillakaratne (wk) |
Azhar Hossain(vc) |
Navjot Singh Sidhu |
Charith Senanayake |
Nurul Abedin |
Sanjay Manjrekar |
Asanka Gurusinha |
Faruk Ahmed |
Sachin Tendulkar |
Aravinda de Silva |
Athar Ali Khan |
Kapil Dev |
Roshan Mahanama |
Akram Khan |
Manoj Prabhakar |
Sanath Jayasuriya |
Enamul Haque |
Kiran More (wk) |
Rumesh Ratnayake |
Aminul Islam |
Venkatapathy Raju |
Champaka Ramanayake |
Gholam Nousher |
Saradindu Mukherjee |
Don Anurasiri |
Nasir Ahmed (wk) |
Atul Wassan |
Jayananda Warnaweera |
Jahangir Alam Talukdar |
Woorkeri Raman |
Graeme Labrooy |
Saiful Islam |
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Pramodya Wickramasinghe |
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Final : India vs Srilanka (4 January 1991),Eden Gardens, Calcutta
भारत 7 विकेट से जीता
श्रीलंका : 204/9 (45 ओवर)
भारत :205/3 (42.1 ओवर)
भारत के टॉप परफॉर्मर
संजय मांजरेकर 75* (95)
कपिल देव 4/31 (9 ओवर)
श्रीलंका के टॉप परफॉर्मर
अर्जुन रणतुंगा 49(57)
अर्जुन रणतुंगा 1/12 (2 ओवर)
प्लेयर ऑफ़ द मैच: मोहम्मद अज़हरुद्दीन (भारत)