राजधानी में लूट, ठगी और उठाईगिरी की घटनाओं में अपराधियों ने नया पैंतरा आजमाना शुरू किया है। कोई पता पूछने के बहाने तो कोई जेवर दोगुना करने का झांॅसा देकर ठगी, लूट की घटना को अंजाम दे रहा है। शिकार को थोड़ी देर के लिए मूर्च्छित करने के लिए अपराधी क्लोरोफार्म युक्त स्प्रे तक का इस्तेमाल भी करने लगे हैं। इसका खुलेआम इस्तेमाल होना काफी खतरनाक होने के साथ चिंताजनक है। पुलिस अपराधियों के इस नए पैतरों से परेशान हैं। हाल ही में घटी चोरी, लूट, उठाईगिरी और ठगी की घटनाओं में इस तरह के नए-नए पैंतरे आजमाए गए हैं। अज्ञात लोग गली-कूचे में घूम रहे हैं। बाहर से आने वाले संदिग्ध लोगों की तस्दीक न तो पुलिस करती है, न ही मकान मालिक किराएदार की सूचना देना उचित समझता है। यह सब पुलिस की ढिलाई का असर है। बैरनबाजार में तीन अज्ञात बाबाओं ने एक वृद्वा पर सम्मोहन विद्या का प्रयोग कर उसके जेवर उतरवा लिए थे। यही नहीं, जेवर दोगुना करने का झांॅसा देकर घर तक से जेवर मंॅगवाकर वे चलते बने। ;