Last Modified: जबलपुर ,
गुरुवार, 12 जनवरी 2012 (07:53 IST)
दहशत में बुझ गया घर का चिराग
गोरखपुर थाना क्षेत्र के रामपुर दुर्गानगर में रहने वाले एक स्कूली छात्र ने बुधवार की सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, मृतक गोरखपुर हितकारिणी स्कूल में विगत दिनों शिक्षक द्वारा छात्रा से दुराचार के प्रयास मामले का चश्मदीद था, लिहाजा आत्महत्या के पीछे पुलिस की दहशत बताई जा रही है। हिन्दू धर्मसेना ने पुलिस के साथ आरोपी शिक्षक के भाई पर धमकाने का आरोप लगाया है। जबकि पुलिस सारे आरोपों को बेबुनियाद बता रही है। वहीं इकलौते बेटे की मौत से क्षुब्ध माता-पिता गहरे सदमे में हैं और कुछ भी कहने से मना कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, रामपुर दुर्गानगर निवासी घनश्याम गिरी गोस्वामी का पुत्र विकल्प गिरी (18) हितकारिणी स्कूल गोरखपुर में 12वीं का छात्र है। बुधवार की सुबह करीब 7 बजे विकल्प समीप की डेयरी से दूध लेकर घर लौटा और किचिन में रखकर बाहर चला गया। विकल्प की मां माया बाई किसी काम से पड़ोसी के घर चली गई, जबकि पिता घनश्याम सो रहे थे। कुछ देर बाद जब माया बाई लौटी तो आंगन की बल्ली में विकल्प लटका हुआ था। घनश्याम और माया की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए जिसके बाद विकल्प को तत्काल भंडारी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पुलिस पहुंची और शव को पीएम के लिए भिजवाकर मर्ग जांच प्रारंभ की गई।
डेविड मामले में चश्मदीद था विकल्प-
गोरखपुर थाना प्रभारी आरएस परमार ने बताया कि 25 दिसंबर को हितकारिणी स्कूल में छात्रा से दुराचार के प्रयास मामले में विकल्प और उसका सहपाठी हाऊबाग निवासी नवीन सेन चश्मदीद थे। श्री परमार ने बताया कि जांच में तथ्य आए थे कि नवीन और विकल्प ही छात्रा के साथ स्कूल पहुंचे थे। श्री परमार ने बताया कि दोनों छात्रों में से किसी के भी घर न तो पुलिस गई थी न ही उन्हें बुलाया गया था।
डेविड का भाई दे रहा था धमकी-
हिन्दू धर्मसेना के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल का आरोप है कि छात्रा से दुराचार का प्रयास करने वाले शिक्षक डेविड पर मामला दर्ज होने के बाद से विकल्प और नवीन को उसका भाई धमकियां दे रहा था। श्री अग्रवाल ने बताया कि इस बारे में उन्होंने थाना प्रभारी गोरखपुर से शिकायत भी की थी लेकिन अनदेखी के कारण ये हादसा हुआ है।
बेटे की मौत से मां-बाप सदमे में-
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे दर्दनाक स्थिति आत्महत्या करने वाले विकल्प के माता-पिता की है। पेशे से ड्राइवर घनश्याम और उसकी पत्नी माया बाई इकलौते बेटे की मौत से गहरे सदमे में हैं। दोनों से बातचीत करने का प्रयास किया गया लेकिन वो तैयार नहीं हुए। मां पूरे समय बिलखती रही तो पिता पथराई आंखों से बेटे की लाश देखता रहा।