• Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. »
  3. उर्दू साहित्‍य
  4. »
  5. नई शायरी
  6. मुनव्वर राना की ग़ज़ल
Written By WD

मुनव्वर राना की ग़ज़ल

मुनव्वर राना ग़ज़ल
जो हुक्म देता है वो इल्तिजा भी करता है
ये आसमान कहीं पर झुका भी करता है

मैं अपनी हार पे नादिम1 इस यकीन के साथ
कि अपने घर की हिफ़ाज़त खुदा भी करता है

तू बेवफा है तो ले इक बुरी खबर सुन ले
कि इंतिज़ार मेरा कोई दूसरा भी करता है

हसीन लोगों से मिलने पे एतराज़ न कर
ये ज़ुर्म वो है जो शादीशुदा भी करता है

हमेशा गुस्से से नुकसान ही नहीं होता
कहीं कहीं ये बहुत फायदा भी करता है