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  5. अमेरिका में आतंकवाद
Written By ND

फिर 'प्रकट' हुआ ओसामा

फिर ''प्रकट'' हुआ ओसामा -
हाल ही में ओसामा बिन लादेन ने वीडियो संदेश जारी करके अमेरिका को एक बार फिर चेताया है। इसके बाद अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने चेतावनी दी है कि अल कायदा दोबारा सक्रिय हो रहा है और वह अब 9/11 से बड़े हमले कर सकता है।

सच तो यह है कि अफगानिस्तान पर हमला करके अमेरिका ने जिस ओसामा को खत्म करने का दावा किया था, वही ओसामा समय-समय पर वीडियो टेप जारी करके अमेरिका की नाक में दम किए हुए है।

अमेरिका की इस्लाम विरोधी नीतियों और आतंकवाद को खत्म करने की योजनाओं से नाराज आतंकवादी संगठन अल कायदा के चीफ कहे जाने वाले ओसामा बिन लादेन की रची साजिश ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को कहर बरपाया था।

हमले के बाद उसकी जिम्मेदारी लेने के लिए जो संदेश जारी किया था, उसमें ओसामा ने कहा था कि जो देश अपनी ताकत का लोहा दुनियाभर से मनवाता आया है, उसकी ताकत को चुनौती देने का दम सिर्फ मुझमें है।

इस हमले से बौखलाए अमेरिका ने एक महीने के अंदर ही ओसामा को खत्म करने के लिए अफगानिस्तान पर ताबड़तो़ड़ हमला बोल दिया। अमेरिकी लड़ाकों ने अफगानिस्तान को तहस-नहस कर दिया, लेकिन ओसामा फिर भी हाथ नहीं आया।

इस पर अमेरिका ने मान लिया कि ओसामा अफगानिस्तान में ही कहीं दफन हो गया है, लेकिन उसका यह भ्रम जल्द ही टूट गया। समय-समय पर जारी होने वाले ओसामा के टेप अमेरिका के लिए आज भी पहेली बने हुए हैं।

यह हुआ था : 11 सितंबर 2001, मंगलवार का वह दिन अमेरिकी इतिहास का सबसे खौफनाक दिन था। सुबह का वक्त था। लोग अपने-अपने काम में मशगूल थे। किसी ने सोचा भी नहीं था कि पलभर में यहाँ क्या होने वाला है।

तभी सुबह ठीक 8 बजकर 46 मिनट से शुरू हुआ तबाही का सिलसिला। 10 बजकर 28 मिनट तक एक के बाद एक चार विमान अंधाधुंध गति और दिशा से आते हुए मौत बनकर टूट पड़े।

अमेरिका की शान माने जाने वाले और अर्थव्यवस्था के प्रमुख केंद्र न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की जुड़वाँ इमारतों पर एक-एक विमान जोरदार धमाके के साथ टकराए और पलभर में दोनों इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं।

सिलसिला यहीं नहीं थमा, तीसरा विमान अमेरिका की शक्ति के केंद्र पेंटागन पर जा टकराया और चौथा विमान पेन्सिल्वेनिया के निकट शेंक्सविले के खेतों में जा घुसा।

इन हमलों के पीछे था आतंकवादी संगठन अल कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ। ओसामा ने इसके लिए 19 लोगों की टीम बनाई और उन्हें चार यात्री विमान हाईजैक करने का आदेश दिया।

इन 19 लोगों में चार प्रशिक्षित पायलट भी थे। हमले में तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए और हजारों घायल हुए।

पाकिस्तान पर अँगुली : हमले के 441 दिन बाद 26 नवंबर 2002 को अमेरिकी सरकार ने हमले की जाँच के लिए 9/11 कमीशन बनाया। न्यू जर्सी के गवर्नर थॉमस कीन की अध्यक्षता में गठित इस आयोग ने 22 जुलाई 2004 को हमले की विस्तृत रिपोर्ट जारी की।

इसके लिए आयोग के सदस्यों ने 10 देशों के 1200 लोगों के इंटरव्यू लिए और 25 लाख से ज्यादा दस्तावेजों की जाँच की। एफबीआई की रिपोर्ट को भी आधार बनाया गया। रिपोर्ट में पाकिस्तान पर अँगुली उठाई गई थी।

ट्विन टॉवर की जगह फ्रीडम टॉवर : ध्वस्त हुए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर के स्थान पर फ्रीडम टॉवर का निर्माण शुरू कर दिया गया है। 4 जुलाई 2004 को शुरू हुए इस फ्रीडम टॉवर का निर्माण वर्ष 2011 तक पूरा किया जाना है। यह टॉवर 1776 फुट ऊँचा होगा और इसमें कुल 82 मंजिलें होंगी। (नईदुनिया)