सावन की बेखौफ बरसती बूँदें
फाल्गुनीसावन की बेखौफ बरसती बूँदेंमुझे भिगो रही हैंऔर मैंतुम्हारी यादों कोखोलकर फैलाने के लिए किसी सूखे कोने की तलाश में हूँचाहती हूँ तुम्हारी यादें न भीगने पाएँकहीं से लाकर दो मुझेएक मुट्ठी हवा एक चुटकी धूपअंजूरी भर जमीन और थोड़ा सा आसमान -------------
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बहुत प्यार है मुझेसावन सेइसीलिए मैं इसमें भीगकरइसे बहुत चाहती हूँऔर ये नादानमुझमें समाकरतुम्हें चाहने लगता है क्या है तुममें ऐसाजो सावन को भीबेबस बना देता है।