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Written By WD

दहलीज पर खड़ी

दहलीज पर खड़ी
फाल्गुनी

दहलीज पर खड़ी
मैं दहलीज पर सोचती हूँ
दहलीज से परे भी
मुझे
दहलीज की चिंता सताती है
दहलीज के भीतर
दहलीज को पार करने से
डरती हूँ
दहलीज के प्रति
आबद्ध-प्रतिबद्ध होकर भी
मैं अपराधिनी हूँ
अक्सर इसे लाँघने का
सोच लेती हूँ,
जबकि दहलीज को
बनाया ही गया है
मेरे लिए,
मैं लड़की हूँ न!
इसलिए...