कालका मेल: मृतक संख्या 70 हुई
उत्तरप्रदेश में फतेहपुर जिले के मालवां में रविवार को हुई कालका मेल दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 70 हो गई है, जबकि दुर्घटना में 250 लोग घायल हैं, जिन्हें फतेहपुर और कानपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।बचाव और राहत का काम सेना ने संभाल रखा है। इस काम में 200 से अधिक जवान और सेना के पांच हेलीकॉप्टर लगे हुए हैं। बचावकर्ताओं को मलबे से स्वीडन के दो नागरिकों समेत 30 और लोगों के शव बरामद हुए हैं।जिला पुलिस अधीक्षक राम भरोसे ने बताया कि अब तक 70 शवों का पंचनामा करके उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मृतकों में 14 महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घायलों को फतेहपुर, कानपुर और आसपास के जिलों के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। रामभरोसे ने बताया कि राहत, बचाव कार्य और पटरियों को खाली कराने का जिम्मा सेना ने संभाल रखा है और यह अभियान पूरा होने में 48 घंटे का समय और लग सकता है।उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संदीप माथुर ने इलाहाबाद में बताया कि मृतकों में स्वीडन के दो नागरिक भी शामिल हैं। इनमें से एक नागरिक की पहचान स्वीडन के विक के रूप में हुई है। दूसरे की पहचान होना अभी बाकी है। विक की पहचान उसके साथ जा रहे यात्री ऑस्कर ने की।रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनय मित्तल ने बताया कि कल सुबह तक हावड़ा-दिल्ली मार्ग साफ होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि लखनऊ के रेलवे सुरक्षा मुख्य आयुक्त प्रशान्त कुमार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।मित्तल ने बताया कि पटरियों में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं थी और केबिनमेन ने उन्हें बताया कि जब ट्रेन स्तंभ संख्या 927-23 के समीप पहुंची, तो उसका इंजन हिलने लगा और तेज धुआं निकलने लगा। इसके कुछ ही पलों के बाद हादसा हुआ।उल्लेखनीय है कि फतेहपुर-कानपुर के बीच मलवां स्टेशन के पास कल लगभग 108 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ रही कालका मेल के इंजन सहित 15 डिब्बे पलट गए थे। (भाषा)