Last Modified: नई दिल्ली ,
बुधवार, 4 अगस्त 2010 (17:34 IST)
हॉट स्पॉट का इस्तेमाल नहीं होगा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की समीक्षा प्रणाली के अंतर्गत विकेट के पीछे कैच लपकने और पगबाधा जैसे फैसलों में अहम भूमिका निभाने वाली हॉट स्पॉट तकनीक का कैमरों की कमी और ऊँची लागत के कारण अगले साल दक्षिण एशिया में होने वाले क्रिकेट विश्व कप के ज्यादातर मैचों में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
इस तकनीक को मुहैया कराने वाली फर्म बीबीजी स्पोर्ट्स के मालिक वारेन ब्रेनान ने ‘क्रिकइंफो’ से कहा कि विश्व कप 2011 के लिए हॉट स्पॉट का इस्तेमाल शुरुआती राउंड के मैचों के लिए करना संभव नहीं हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि इस समय हमारे पास चार हॉट स्पॉट कैमरें हैं, इसलिए हम क्वार्टरफाइनल मैचों के बाद ही हॉट स्पॉट का इस्तेमाल कर पाएँगे। ब्रेनान ने कहा कि विश्व कप के लिए कैमरों की संख्या काफी नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसमें क्वार्टरफाइनल और सेमीफाइनल के लिए दो कैमरें शामिल हैं। मुंबई में होने वाले फाइनल में चार कैमरों की संभावना है। इस बारे में मैंने आईसीसी के डेविड रिचर्डसन से भी चर्चा की है, लेकिन पिछले छह हफ्तों में मुझे कोई जानकारी नहीं मिली है। (भाषा)