शुक्रवार, 18 जुलाई 2025
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Written By वार्ता

सचिन पहले दिन के खेल से संतुष्ट

सचिन तेंडुलकर
भारत के मास्टर ब्लास्टर बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के शुरुआती दिन के खेल के बाद अपनी टीम की स्थिति पर संतोष जाहिर किया।

दिन के खेल में अपना 40वाँ टेस्ट शतक लगाने वाले सचिन ने संवाददाताओं से कहा कि हम दो विकेट कम गँवाते तो बेहतर होता मगर अब भी हमारी स्थिति अच्छी है।

उन्होंने कहा कि वैसे तो किसी टेस्ट मैच में चार दिन का खेल बाकी रहते आप कोई कयास नहीं लगा सकते, लेकिन पिच घुमाव जरूर लेगी और इस लिहाज से हम मजबूत स्थिति में होंगे। भारत ने शुरुआती दिन का खेल खत्म होने तक पाँच विकेट पर 311 रन बनाए।

सचिन ने कहा कि छह टेस्टों के बाद और वह भी टीम की जरूरत के समय शतक लगा कर उन्हें बहुत खुशी हुई है। सचिन ने कहा कि पिच पर मेरे उतरने के समय टीम पेचीदा हालत में थी। मुझे इस बात की खुशी है कि मैंने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचा दिया।

यह पूछे जाने पर कि क्या अनिल कुंबले और सौरव गांगुली के संन्यास की वजह से टीम में माहौल भावुक नहीं है सचिन ने कहा कि भावनाएँ ड्रेसिंग रूम तक सीमित होती हैं। एक बार आप मैदान पर उतर जाएँ तो पूरा ध्यान खेल पर ही होता है। सचिन ने स्वीकार किया कि अपनी पारी के दौरान एक समय उन्होंने एकाग्रता खो दी थी।

उन्होंने कहा मगर मैं दिन के अंत तक बल्लेबाजी करना चाहता था और मैंने अपनी एकाग्रता तुरंत वापस पा ली। दाहिने हाथ के दिग्गज बल्लेबाज सचिन ने भारत के नए ओपनर मुरली विजय की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि वह अच्छी तकनीक वाले सुलझे हुए बल्लेबाज हैं और भारतीय टीम में उनका भविष्य उज्ज्वल है।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह टेस्ट शतकों का अर्द्धशतक पूरा करने की उम्मीद करते हैं सचिन ने कहा कि मैं इस बारे में नहीं सोचता। रिकॉर्ड तो बनते रहते हैं मगर मेरे लिए टीम का हित सबसे ऊपर है। सचिन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हर शतक का अपना महत्व होता है, इसलिए वह यह नहीं बता सकते कि उनका कौनसा शतक सर्वश्रेष्ठ है।