भारत को ट्वेंटी-20 क्रिकेट का विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले बाएँ हाथ के तेज गेंदबाज रूद्रप्रताप सिंह का मानना है कि अगले माह भारत-पाक के बीच होने वाली एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला काफी दिलचस्प रहेगी।
ट्वेंटी-20 विश्व कप मे भारत की जीत के बाद पहली बार यहाँ आए आरपी सिंह ने कहा बेशक ऑस्ट्रेलिया से हम एक दिवसीय श्रृंखला हारे हैं लेकिन इसके बावजूद हमने उन्हें कड़ी टक्कर दी है और उसी प्रदर्शन के बलबूते पर हम कह सकते हैं कि पाकिस्तान के खिलाफ हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हम श्रृंखला जीतने के लिए मैदान में उतरेंगे।
राजधानी स्थित गोमती नगर के स्पोर्ट्स कालेज में क्रिकेट की बारीकियाँ सीखने वाले आरपी सिंह ने एक सवाल के जवाब मे कहा कि टीम प्रबंधन ने अभी भारत-पाक श्रृंखला के लिए कुछ तय नहीं किया है किन्तु मैच से पहले लगने वाले शिविर के बाद ही रणनीति तय की जाएगी।
आरपी सिंह ने कहा कि मैं पाकिस्तानी बल्लेबाजों के निशाने पर रहूँगा क्योंकि गत वर्ष पाकिस्तान में खेली गई श्रृंखला में हमने अच्छा प्रदर्शन किया था और मैं 'मैन ऑफ द मैच' भी बना था। इस लिहाज से मुझे और बेहतर प्रदर्शन करके दिखाना होगा।
दक्षिण अफ्रीका में हुए पहले ट्वेंटी-20 विश्व कप मे स्ट्राइक गेंदबाज के रूप में नाजुक मौकों पर अहम भूमिका निभाने वाले आरपी सिंह ने कहा कि टीम ने पिछले एक साल में अपनी गेंदबाजी पर काफी ध्यान दिया है जिससे उसमें काफी सुधार आया है।
उन्होंने कहा कि विश्व कप के दौरान गेंदबाज अंतिम ओवरों में काफी सफल रहे और उन्होंने प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों को काफी परेशान किया।
पहला ट्वेंटी-20विश्व कप जीतने का श्रेय वह किसको देना चाहते हैं यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि युवा शक्ति से लबरेज हमारी टीम ने ट्वेटी-20 में टीम भावना से खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन किया और विश्व चैम्पियन बनी। इसका श्रेय पूरी टीम को जाता है क्योकि यह एक टीम गेम है।
उन्होंने कहा कि हम ऑस्ट्रेलिया से एक दिवसीय श्रृंखला हारे तो इसका मतलब यह नहीं कि हम अच्छा नहीं खेले। ऑस्ट्रेलिया दुनिया की नंबर एक टीम है। एकदिवसीय श्रृंखला के मुकाबले काफी करीबी रहे। हमारे कुछ खिलाड़ी पिछले चार माह से खेलते रहने के कारण थके हुए भी थे।
आरपी ने कहा कि पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे देशों में भी जाकर अच्छा प्रदर्शन किया और अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा मैच भी जीते।
एक सवाल के जवाब में आरपी सिंह ने कहा कि सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने ही तय किया था कि ट्वेंटी 20 छोटे मैच हैं और वे उसमें आराम करेंगे और नई प्रतिभाओ को मौका देंगे। हम लोग उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे।
उन्होंने कहा कि सौरव राहुल तथा महेंद्रसिंह धोनी तीनों ही अपने अपने ढंग से कप्तानी करते हैं। राहुल अगर कूल हैं तो गांगुली काफी आक्रामक रहे हैं जबकि धोनी युवा है और तनाव नहीं लेते। उनका मानना है कि जो हो रहा है वह ठीक है।