स्टार आलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ 11 सितंबर से दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ट्वेंटी- 20 विश्व कप में खेल पाएँगे या नहीं, इसको लेकर अब भी असमंजस बना हुआ है।
फ्लिंटॉफ की फिटनेस को लेकर संदेह बना हुआ है। भारत के खिलाफ सातवें और अंतिम एकदिवसीय मैच से पहले और बाद में भी उनकी फिटनेस की जाँच की गई थी। हालाँकि वे टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका जाएँगे।
बाएँ टखने में चोट के कारण वे भारत के खिलाफ सात में से तीन एकदिवसीय मैच में नहीं खेल पाए थे, लेकिन जिस मैच में भी वे खेले उसमें उन्होंने अपना प्रभाव छोड़ा। इंग्लैंड इसीलिए उन जैसे खिलाड़ी को नहीं गँवाना चाहता है।
कप्तान पॉल कॉलिंगवुड ने कहा कि गेंदबाजी के बाद फ्रेडी के टखने में हलकी सूजन आ गई है। फ्रेडी हमेशा गेंदबाजी करना चाहते हैं, लेकिन कप्तान होने के नाते आप नहीं चाहेंगे कुछ गलत हो।
उन्होंने कहा कि मैंने हर बार उनसे पूछा कि क्या वे फिट हैं तो उन्होंने मुझे कहा कि आज वे अच्छा महसूस कर रहे हैं। उनके पाँव में थोड़ी सूजन है, लेकिन फिर भी वे टीम के साथ जाएँगे।
तेज गेंदबाज रियान साइडबाटम हालाँकि टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका नहीं जा सकेंगे। नाटिंघमशायर का यह गेंदबाज चोट से नहीं उबर पाया और उनके स्थान पर दिमित्री मास्करेनास को रखा गया है।
मास्करेनास तूफानी बल्लेबाजी करने के अलावा अच्छे गेंदबाज हैं। उन्होंने छठे मैच में युवराज सिंह पर लगातार पाँच छक्के जड़कर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा तथा सातवें मैच में दस ओवर में 23 रन देकर तीन विकेट लिए।
इसके अलावा जेम्स एंडरसन भी दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर जाएँगे। उन्हें अंतिम क्षणों में रवि बोपारा के स्थान पर चुना गया। बोपारा हैडिंग्ले एकदिवसीय मैच में चोटिल हो गए थे।
इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन किया और कॉलिंगवुड का मानना है कि उनकी टीम बढ़े मनोबल के साथ दक्षिण अफ्रीका जाएगी।
उन्होंने कहा कि श्रृंखला जीतना हमेशा अच्छा रहता है और इस जीत से हमारा उत्साह बढ़ा है। हमारी टीम ट्वेंटी-20 के अनुरूप सभी विभागों में माहिर है। यह टूर्नामेंट काफी रोमांचक होगा।
कॉलिंगवुड ने कहा कि भारत इस श्रृंखला में जीत के दावेदार के रूप में उतरा था और इसमें जीत से हमारा मनोबल बढ़ा है, जिससे हमें आगे भी फायदा मिलेगा।