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Written By भाषा

तैयारियों में जुटे हैं सहवाग

तैयारियों में जुटे हैं सहवाग -
पिछले कुछ समय से लगातार लचर प्रदर्शन के कारण टेस्ट टीम से जगह गँवाने वाले वीरेंद्र सहवाग अब इंग्लैंड की पिचों को ध्यान में रखकर तैयारियों में लगे हैं।

सहवाग को इंग्लैंड दौरे के लिये टेस्ट टीम में जगह पाने की पूरी आस है और इसलिए वह अधिक से अधिक समय क्रीज पर बिताने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। सहवाग के कोच एएन शर्मा ने कहा सहवाग इंग्लैंड दौरे को ध्यान में रखकर हर दिन नेट्स पर 70 मिनट तक बल्लेबाजी अभ्यास कर रहे हैं।

भारत की तरफ से एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक 309 रन बनाने वाले सहवाग को बांग्लादेश दौरे के लिये टेस्ट टीम में नहीं लिया गया था, लेकिन वह एकदिवसीय टीम में शामिल थे।

बांग्लादेश में सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतारे गए, दिनेश कार्तिक के अच्छे प्रदर्शन से सहवाग की वापसी की आस धुंधली पड़ गई थी, लेकिन चयनसमिति के अध्यक्ष दिलीप वेंगसरकर के तीसरा ओपनर रखने की बात से वह टेस्ट टीम में जगह पाने को लेकर आशान्वित हैं।

सहवाग की टेस्ट टीम में वापसी के बारे में उनके कोच ने कहा मुझे ही नहीं सहवाग को भी पूरा विश्वास है कि उन्हें इंग्लैंड दौरे की टेस्ट टीम में जगह मिल जाएगी। मेरी व्यक्तिगत राय है कि इंग्लैंड की पिचों और वहाँ के तेज गेंदबाजों को देखते हुए सहवाग को वन-डे ही नहीं टेस्ट टीम में भी पहले ओपनर के तौर पर रखना चाहिए।

शर्मा का मानना है कि कार्तिक और जाफर की ढाका में शतकीय भागीदारी को ध्यान में रखकर इंग्लैंड दौरे के लिये सलामी जोड़ी का चयन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा एक पारी को देखकर आकलन नहीं किया जा सकता है। बांग्लादेश और इंग्लैंड की पिचों में जमीन आसमान का अंतर है।

अब तक 52 टेस्ट मैच में 49.46 की औसत से 4155 रन बनाने वाले सहवाग पिछले कुछ समय से लगातार लचर प्रदर्शन कर रहे हैं। एक समय टेस्ट मैचों में उनका औसत 50 से अधिक था जो अब उससे नीचे गिर गया है।

असल में पिछले साल जनवरी में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम की सपाट पिच पर 254 रन बनाने के बाद से सहवाग ने जो 23 टेस्ट पारियाँ खेली हैं उनमें उनके नाम पर केवल 580 रन दर्ज हैं। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।

पिछली दस पारियों में वह छह बार तो दोहरे अंक में भी नहीं पहुँच पाए और आठ बार बाहर जाती गेंद छेड़ने के प्रयास में कैच आउट हुए। यही कारण कि इन दिनों वह लंबी पारियाँ खेलने पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

इस आक्रामक बल्लेबाज के कोच ने कहा कि वह कोई गलत स्ट्रोक नहीं खेल रहे हैं। आज भी अभ्यास के बाद मैंने उनके साथ क्रीज पर अधिक से अधिक समय बिताने और लंबी पारियाँ खेलने पर चर्चा की। सहवाग भी यह मानते हैं कि क्रीज पर अधिक समय बिताना जरूरी है रन खुद ही बनते रहेंगे।

बांग्लादेश में सहवाग ने दोनों एकदिवसीय मैचों में लगातार चौके जड़ने के बाद अगली गेंद को भी सीमा रेखा पार पहुँचाने की कोशिश में विकेट गँवाया। अब वह कोच की मदद से इस कमजोरी को दूर करने में लगे हैं।

शर्मा ने कहा मैंने उसे अपना नैसर्गिक खेल खेलने की सलाह दी है, लेकिन उसे सलाह भी दी है कि वह लगातार तीन या चार शॉट मारने के बाद अगली गेंद पर भी वैसा ही रवैया अख्तियार न करे क्योंकि गेंदबाज भी बुद्धिमान होता है और वह इसका फायदा उठा सकता है।

सहवाग के हर गेंद पर रन बनाने की रणनीति का भी उनके कोच ने पूरा बचाव किया। उन्होंने कहा हम कोचिंग ही इस तरह से देते हैं कि कोई भी गेंद मत गँवाओ। ऐसे में कभी कोई गलती हो सकती है।

सहवाग का बंगलोर में अगले माह होने वाले अफ्रो एशिया कप के लिए एशियाई टीम में शामिल किया गया है, जिसे शर्मा उनके लिये बेहतरीन अवसर मानते हैं। उन्होंने कहा यह एक अच्छा मौका है। सहवाग को चाहिए कि वह वहां अपने कौशल का भरपूर प्रदर्शन करे।