Last Modified: नई दिल्ली ,
शनिवार, 9 जनवरी 2010 (17:51 IST)
कोटला मामले पर फैसला अगले सप्ताह
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के उपाध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि फिरोजशाह कोटला पिच प्रकरण पर फैसला अगले सप्ताह तक सुनाया जाएगा।
पवार ने इस मसले पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। हालाँकि आईसीसी अध्यक्ष डेविड मोर्गन ने हाल ही में कहा था कि आईसीसी नहीं चाहती कि नई दिल्ली जैसे अहम क्रिकेट केंद्र को 2011 विश्वकप के मैचों से वंचित किया जाए।
पवार ने विश्वकप आयोजन समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा कि मैं इस मसले पर कोई राय नहीं दूँगा। आईसीसी को अभी इस पर फैसला लेना है और प्रक्रिया चल रही है। बीसीसीआई को अगले हफ्ते या दो हफ्तों के भीतर जवाब की अपेक्षा है।
भारत और श्रीलंका के बीच पिछले महीने खतरनाक पिच के कारण वनडे मैच रद्द किए जाने के बाद कोटला पर प्रतिबंध लगने की आशंका है। यदि पिच अनफिट करार दी जाती है तो कोटला पर 12 से 24 महीने का प्रतिबंध लग सकता है, जिससे वह विश्वकप के मैचों की मेजबानी नहीं कर पाएगा।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी हारून लोर्गट ने कहा कि आईसीसी को इस मसले पर बीसीसीआई से जवाब मिल चुका है, लेकिन फैसले को लेकर अटकलबाजी लगाना उचित नहीं होगा।
लोर्गट ने कहाकि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि मामला चल रहा है। बीसीसीआई ने जवाब भेजा है और आईसीसी इस पर गौर कर रही है। अब इसे रंजन मदुगले (आईसीसी के मुख्य मैच रैफरी) और डेविड रिचर्डसन (आईसीसी क्रिकेट महाप्रबंधक) के पास भेजा जाएगा। अभी इस पर अटकलबाजी करना गलत होगा। इस बीच पवार ने कहा कि उपमहाद्वीप सफल विश्वकप की मेजबानी करेगा।
उन्होंने कहा कि उपमहाद्वीप में यह क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होगा। मुझे यकीन है कि जिस तरह से तैयारियाँ चल रही हैं, हम सफल मेजबानी कर सकेंगे। सुरक्षा कोई मसला नहीं है। भारत और श्रीलंका को विश्वकप की मेजबानी का पहले से अनुभव है। बीसीसीआई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने कहा कि विश्वकप की टिकटें ज्यादा महँगी नहीं होंगी। (भाषा)