Last Updated :कराची (भाषा) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (19:56 IST)
एसीएसयू के पहले पेशकश की-शोएब
प्रतिबंधित तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने मैच फिक्सिंग की पेशकश के दावे के आरोपों को हलका करते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा इकाई (एसीएसयू) को बताया कि उन्होंने इस घटना की जानकारी इसलिए नहीं दी, क्योंकि तब तक एसीएसयू का गठन नहीं हुआ था।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी ठहराते हुए शोएब पर पाँच वर्ष का प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद शोएब ने एक टीवी चैनल को बताया था कि एक सट्टेबाज ने दक्षिण अफ्रीका और भारत में खराब प्रदर्शन करने के लिए उन्हें धन की पेशकश की थी।
टीवी कार्यक्रम में शोएब ने बताया था कि 2003 में एक व्यक्ति उनके कमरे में धनराशि लेकर आया था, लेकिन उन्होंने उसे भगा दिया था, क्योंकि वह अपनी टीम को धोखा नहीं दे सकते थे।
एसीएसयू अधिकारी एलन पीकाक ने इस संबंध में पिछले हफ्ते शोएब से मुलाकात की थी, लेकिन सूत्रों ने पुष्टि की कि शोएब ने इससे बचने के लिए 2003 की इस घटना का वर्ष 1998 और 1999 बताया।
सूत्रों ने कहा उन्होंने पीकाक को बताया कि उन्हें 1998 और 1999 में पेशकश की गई थी और उन्होंने इसकी रिपोर्ट इसलिए नहीं दर्ज कराई क्योंकि आईसीसी ने तब तक भ्रष्टाचार निरोधक इकाई नहीं बनाई थी।
यह इकाई 2000 में गठित हुई थी जब विश्व क्रिकेट मैच पर फिक्सिंग स्कैंडल छाया हुआ था। इस दौरान फिक्सिंग में लिप्त कई शीर्ष खिलाड़ियों पर प्रतिबंध भी लगाया गया था।
उन्होंने कहा शोएब ने कहा कि जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और भारत का क्रमश: 1998 और 1999 में दौरा किया था तब उन्हें पेशकश हुई थी।
जब पीकाक ने शोएब को याद दिलाया कि उन्होंने 2003 में इस पेशकश की बात कही थी तो इस तेज गेंदबाज ने कहा कि वे प्रतिबंध से काफी परेशान थे इसलिए शायद तारीखों में गलती हो गई हो।