गुरुवार, 28 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. »
  3. क्रिकेट
  4. »
  5. समाचार
Written By वार्ता

सचिन और सौरव में होगी जोरदार टक्कर

सचिन और सौरव में होगी जोरदार टक्कर -
WD
आईपीएल के पहले दो मैच जीतकर टूर्नामेंट में शानदार आगाज करने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) टीम के लिए सोमवार को यहाँ मुंबई इंडियंस के खिलाफ होने वाला मुकाबला बेहद अहम होगा।

अपने पिछले लगातार दो मैच हार जाने वाली केकेआर जहाँ इस मैच में विजय हासिल कर जीत के पथ पर फिर से लौटने की कोशिश करेगी वहीं मुंबई की टीम बेंगलुरु के हाथों शनिवार की हार का बदला केकेआर से निकालने को आतुर होगी।

केकेआर के कप्तान सौरव गांगुली और मुंबई के कप्तान सचिन तेंडुलकर के बीच इस मैच में कड़ी टक्कर देखने को मिलना तय है। दोनों ही खिलाड़ी इस मैच में अपनी टीम को जीत दिलाने के लिए पूरा जोर लगाएँगे। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान गांगुली जहाँ इस मैच में अपने कप्तानी के अनुभव के सारे तीर आजमाने की कोशिश करेंगे, वहीं सचिन अपने घरेलू दर्शकों के सामने टीम को जीतते देखना चाहेंगे।

मुंबई ने भी अपने शुरुआती दोनों मुकाबले जीतकर टूर्नामेंट का आगाज तो शानदार किया था लेकिन उसे शनिवार को बेंगलुरु के हाथों सात विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा जो टीम को खल रही है। सितारों से सजी मुंबई की टीम के लिए केकेआर की टीम से पार पाना आसान नहीं होगा। लगातार दो मैच हारकर केकेआर वापसी को बेताब होगी। जाहिर है कि दोनों टीमें इस मैच में रस्साकसी करती नजर आएँगी।

टीम इंडिया के मौजूदा दिग्गज और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन और दूसरी तरफ प्रिंस आफ कोलकाता के नाम से मशहूर गांगुली इस मैच में अपना हर हुनर आजमाकर एक दूसरे के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए पूरा जोर लागाएँगे, लेकिन मुंबई के सामने उसके घरेलू मैदान पर गांगुली के लिए मुश्किलें भी कम नहीं होंगी। पिछले दो मैच हारने के कारण उनकी टीम का मनोबल गिरा हुआ है। टीम के बड़े बल्लेबाज असफल हो रहे हैं।

राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शनिवार को 34 रन से मिली हार का कारण टीम की बल्लेबाजी की असफलता थी। ब्रैड हॉज, मनोज तिवारी, खुद कप्तान गांगुली, चेतेश्वर पुजारा, ओवैस शाह और एंजेलो मैथ्यूज जैसे नामी गिरामी बल्लेबाज अभी तक के चारों मैचों में एक साथ नहीं चल पाए हैं।

ऐसे में केकेआर के लिए बल्लेबाजों का लगातार असफल होना कप्तान गांगुली के लिए काफी सिरदर्द होगा। पहले दो संस्करणों की फिसड्डी टीमों में शामिल रही केकेआर ने जब इस सिरीज में बेंगलुरु जैसी मजबूत टीम को हराया था तो उसके प्रशंसकों को उम्मीद बँधी थी कि इस बार ये टीम शानदार प्रदर्शन करेगी।

लेकिन लगातार दो मैचों में हार खासकर राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ विकेट बचे रहने के बावजूद भी रन नहीं बन पाना केकेआर टीम प्रबंधन के लिए मुश्किल वाली स्थिति है। मनोज तिवारी ओपनिंग में शुरुआत तो अच्छी करते हैं लेकिन खराब शॉट खेलकर जल्दी ही आउट भी हो जाते हैं।

WD
वहीं ट्‍वेंटी-20 के विशेषज्ञ माने जाने वाले ब्रैड हॉज ने अभी तक इस टूर्नामेंट में अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है। अभी तक खेले गए चारों मैचों में उनके बल्ले से रनों की बरसात नहीं हुई है। खुद कप्तान गांगुली ओपनिंग से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं लेकिन वह भी रन बनाने में असफल हो रहे हैं। ऐसे में अगर मुंबई के खिलाफ टीम को जीत दर्ज करनी है तो उसे ऑलराउंड प्रदर्शन करना होगा।

गेंदबाजी में अशोक डिंडा, शेन बांड और ईशांत शर्मा तथा मुरली कार्तिक अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन टीम के ये गेंदबाज ।5 ओवर के बाद ज्यादा रन लुटाने में माहिर हो गए हैं। राजस्थान के खिलाफ मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में भी टीम के गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में खूब रन लुटाए थे।

ऐसे में गांगुली इस बेहद अहम मैच में अपने गेंदबाजों से शानदार और कसी हुई गेंदबाजी की उम्मीद कर रहे होंगे ताकि वह हार की हैट्रिक की शर्मनाक स्थिति से बच पाए। पर इन सबके लिए टीम को ऑलराउंड प्रयास करने होंगे क्योंकि सितारों से सजी मुंबई की टीम इस मैच में जीत के लिए ही उतरेगी।

वहीं सचिन की कप्तानी में मुंबई के रणबांकुरे बेंगलुरु के हाथों मिली हार का बदला केकेआर से लेना चाहेंगे। बेंगलुरु के मैच में टीम के खिलाड़ी बुरी तरह असफल रहे थे और मुंबई खेल के हर विभाग में पिछड़ गई थी।

लेकिन इस बार सचिन अपने घरेलू दर्शकों के सामने हार का दंश नहीं झेलना चाहेंगे। उनकी मंशा इस बार केकेआर के खिलाफ जीत हासिल करने की होगी। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले इस बार मुंबई की टीम को आईपीएल खिताब का तगडा दावेदार बताया जा रहा था और टीम ने पहले दो मैच जीतकर इस दावे को पुख्ता भी किया है, लेकिन तीसरे मैच में मिली हार से उसे थोडा धक्का भी लगा है।

सचिन के लिए विस्फोटक ओपनर सनत जयसूर्या का का असफल होना थोड़ी चिंता की बात है। जयसूर्या टीम के अबतक खेले गए तीनों मैचों में ही असफल रहे हैं। जिसके कारण मुंबई को शुरूआती ओवरों में ही झटका लग जाता है। हालाँकि तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले आदित्य प्रकाश तारे खुद सचिन और सौरव तिवारी ने पहले दो मैचों में जयसूर्या के जल्दी आउट होने के बाद टीम को संभाल लिया था।

लेकिन बेंगलूर के खिलाफ इन बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने के बाद टीम संभल नहीं सकी और एक मध्यम स्कोर पर आउट हो गई। सचिन इस बार अपने अचूक हथियार जयसूर्या के बल्ले से रन निकलने की उम्मीद कर रहे होंगे। वहीं वेस्टइंडीज के ड्‍वेन ब्रावो और किरोन पोलार्ड को इस मैच में रन बनाने होंगे।

टूर्नामेंट के सबसे मंहगे खिलाड़ी पोलार्ड अभी तक इस टूर्नामेंट में बल्ले से ज्यादा सफल नहीं हुए हैं। वहीं ब्रावो का बल्ला भी रनों के सूखे से जूझ रहा है। यानी अगर केकेआर के खिलाफ मुंबई को अगर जीत हासिल करनी है तो उसके इन चार-पाँच बल्लेबाजों को ज्यादा रन बनाने होंगे।

गेंदबाजी में तेज गेंदबाज जहीर खान और लसित मलिंगा टीम को अच्छी शुरुआत देने में सफल रहे हैं, लेकिन मध्य के ओवरों में टीम का विकेट नहीं ले पाना बड़ी समस्या बन गई है। स्पिन विभाग में हरभजनसिंह जैसा मारक अस्त्र टीम के पास है।

लेकिन सौ बातों की एक बात ये है कि इन सभी गेंदबाजों को केकेआर के खिलाफ मुकाबले में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा तभी टीम को टूर्नामेंट में तीसरी जीत मिल सकती है। बहरहाल, दर्शकों के लिए यह मुकाबला एक हाई वोल्टेज मुकाबले से कम नहीं होगा, जहाँ दो दिग्गजों के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिलेगी। (वार्ता)