मैच रैफरी की भूमिका बढ़ाएँ-गावस्कर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की क्रिकेट समिति के चेयरमैन सुनील गावस्कर ने विवादों में रही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे श्रृंखला के बाद मैच रैफरी की भूमिका को ज्यादा बढ़ाए जाने की माँग की है।विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान टीम को सात मैचों की श्रृंखला में 4-2 से हराया। श्रृंखला के दौरान दोनों टीमों के बीच गरमागरम बहस हुई थी और बड़ौदा व मुंबई में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एंड्रयू साइमंड्स पर नस्लभेदी छींटाकशी की गई थी।गावस्कर ने रविवार को अपने एक कॉलम में लिखा- इसमें कोई शक नहीं कि इस स्तर पर ऐसे विवाद के लिए दोनों टीम के प्रबंधकीय अधिकारी जिम्मेदार हैं, लेकिन आईसीसी के मैच रैफरी और अंपायर भी दोषी हैं। अंपायरों की शिकायत के बाद ही मैच रैफरी के हस्तक्षेप करने के नियम में बदलाव होना चाहिए, नहीं तो वह मैच रैफरी किस काम का। रैफरी का काम केवल अंपायर को खिलाड़ियों से बचाना ही नहीं है बल्कि उसे यह भी देखना चाहिए कि खेल बिना किसी अप्रिय घटना के खेला जाए।भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के दौरान इंग्लैंड के क्रिस ब्रॉड मैच रैफरी थे। गावस्कर ने लिखा- हालाँकि मैच रैफरी की आईसीसी को भेजी रिपोर्ट में क्या है किसी को नहीं पता लेकिन दोनों टीमों के किसी भी खिलाड़ी को मैदान पर इन घटनाओं के बाद नहीं बुलाया जाना और उन्हें ऐसे ही छोड़ देना यह साबित करता है कि रैफरी और अंपायरों ने अपना काम ठीक से नहीं किया।गावस्कर ने कहा कि ऐसी गलत ढंग से खेली गई श्रृंखला बहुत ही कम हुई है। यदि आईसीसी श्रृंखला में हुई खामियों को नजरअंदाज करेगी तो यह गलत होगा। हालाँकि यह सही है कि खेल पहले के मुकाबले बदल गया है और ज्यादा आक्रामक हो गया है, जो कुछ भी श्रृंखला के दौरान मैदान पर हुआ वह खेल की साख के लिए अच्छा नहीं है।