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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 8 फ़रवरी 2011 (17:35 IST)

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड भी चोटों से परेशान

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड भी चोटों से परेशान -
भारतीय उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में अपनी स्विंग गेंदबाजी से बेहद सफल रहने वाले तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार की चोट ने भारत की विश्वकप से पहले परेशानियाँ बढ़ा दी हैं लेकिन महेंद्रसिंह धोनी की टीम इस क्रिकेट महाकुंभ में भाग लेने वाली अकेली ऐसी टीम नहीं है, जो कि चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रही है।

प्रवीण कुमार कोहनी की चोट से जूझ रहे हैं और इंग्लैंड में विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाने के बावजूद उनका पहली बार विश्वकप में खेलने का सपना पूरा होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने उनको कवर करने केलिए एस. श्रीसंथ को भी बेंगल में बुला लिया है जहां टीम कल से तीन दिन के अनुकूलन शिविर में भाग लेगी।

भारत की 15 सदस्यीय विश्वकप टीम में शामिल खिलाड़ियों में से केवल प्रवीण ही चोटिल नहीं है। उनके अलावा सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर भी हाल में चोटों से परेशान रहे थे। सहवाग और गंभीर ने दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय मैच नहीं खेले थे जबकि तेंदुलकर को भी बीच में वापस लौटना पड़ा था।

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की परेशानी भारत से भी गंभीर है। पिछले तीन बार का चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के लिए इस बार खिताब का बचाव करना आसान नहीं होगा क्योंकि अब उसके पास शेन वॉर्न, ग्लेन मैग्राथ, एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडन जैसे धुरंधर नहीं हैं तथा कप्तान रिकी पोंटिंग सहित कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने से उसकी स्थिति नाजुक बन गई है।

ऑस्ट्रेलियाई कोच टिम नीलसन ने भी स्वीकार किया कि खिलाड़ियों की चोट उनकेलिए चिंता का विषय है और वह चोटिल खिलाड़ियों के साथ विश्व कप खेलने केलिए नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा हम केवल 11 या 12 खिलाड़ियों के बूते पर पहले दो मैच नहीं खेल सकते। हमें उन्हें कवर करने वाले खिलाड़ी भी चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया की परेशानी विश्वकप टीम में शामिल 15 खिलाड़ियों में से कुछ के चोटिल होने तक ही सीमित नहीं है। उसने हारिट्ज को कवर करने के लिए जिस खिलाड़ी जेवियर डोहर्टी को रखा था वह भी पीठ दर्द से परेशान है।

इसी तरह से शॉन मार्श को माइकल हसी का विकल्प माना जा रहा था लेकिन वह भी घुटने के नीचे की नस में खिंचाव आने के कारण इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो मैच में नहीं खेल पाए थे।

इंग्लैंड की स्थिति भी कमोबेश ऑस्ट्रेलिया जैसी ही और लगता है कि एशेज का तीन महीने का कड़ा कार्यक्रम इन दोनों टीमों पर विश्वकप से पहले भारी पड़ रहा है। इंग्लैंड की विश्व कप टीम में शामिल छह खिलाड़ी चोटिल हैं।

न्यूजीलैंड के लिए जैकब ओरम की चोट चिंता का सबब बनी हुई है। इस ऑलराउंडर को हालाँकि विश्व कप में खेलने के लिए हरी झंडी मिल गई है लेकिन वह अभी तक टखने की चोट से पूरी तरह नहीं उबरे हैं। कप्तान डेनियल विटोरी की माँसपेशियों में भी खिंचाव आ गया था जबकि जेसी राइडर की उंगली चोटिल हो गयी थी लेकिन उनकी चोट गंभीर नहीं है।

दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर जैक कैलिस बगल की माँसपेशियों में खिंचाव के कारण भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में नहीं खेल पाए थे। बांग्लादेश को तेज गेंदबाज मुर्तजा की कमी खलेगी जो फिट नहीं है और इसलिए उन्हें टीम में नहीं चुना गया था। (भाषा)