अकादमी को लेकर पठान बंधुओं का विरोध
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व सचिव जयवंत लेले ने भविष्य में यहाँ क्रिकेट अकादमी खोलने की पठान भाइयों यूसुफ और इरफान की घोषणा की बुधवार को कड़ी आलोचना की।लेले ने कहा कि पठान बंधुओं को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अपनी अकादमी खोलने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा पठान बंधुओं का अपनी क्रिकेट अकादमी चलाने के बारे में सोचना जल्दबाजी कही जाएगी। उन्हें संन्यास लेने के बाद इन सब चीजों के बारे में सोचना चाहिए। ऐसा लगता है कि दोनों भाई अपने नाम का फायदा उठाकर पैसे बनाने के मकसद से अकादमी खोलना चाहते हैं। आजकल तो यह एक रिवाज जैसा बन गया है। उन्होंने लगातार बढ़ती निजी क्रिकेट अकादमियों की संख्या पर भी अपनी चिंता जताई।पठान बंधुओं ने एक स्थानीय अखबार के साथ बातचीत में कहा था कि क्रिकेट के विकास में मदद करने के लिए भविष्य में वे वडोदरा में एक क्रिकेट अकादमी खोलने के बारे में सोच रहे हैं।इस बारे में पूछे जाने पर यूसुफ ने कहा कि इस खेल ने हमें सब कुछ दिया है। अब हम युवा प्रतिभाओं को तराशने के लिए कुछ करना चाहते हैं। पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया ने इस विचार का समर्थन करते हुए कहा कि फिलहाल दोनों भाइयों को अपने करियर पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि संन्यास के बाद भी इस तरह के काम किए जा सकते हैं।उधर, ऐसी ही एक अकादमी चलाने वाले किरण मोरे ने पठान बंधुओं की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि क्रिकेट के विकास के लिए कुछ करने में कोई नुकसान नहीं है।