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Written By ND
Last Modified: नई दिल्ली , रविवार, 19 अगस्त 2007 (19:17 IST)

पहले जीएम बैंगन के परीक्षण की अनुमति

पहले जीएम बैंगन के परीक्षण की अनुमति -
जेनेटिक इंजीनियरिंग अप्रूवल कमेटी (जीईएसी) ने भारत में बड़े पैमाने पर जीएम बैंगन के परीक्षण की अनुमति दी है।

जीईएसी के सूत्रों के अनुसार जीएम बैंगन भारत की पहली आनुवंशिक रूप से संवर्द्धित (जीएम) खाद्य फसल होगी। इसका विकास महाराष्ट्र हायब्रिड सीड कंपनी (महिको) ने किया है।

बीटी बैंगन का परीक्षण वाराणसी स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वेजिटेबल रिसर्च (आईआईवीआर) एवं इससे मान्यता प्राप्त केन्द्रों के खेतों में किया जाएगा। जीईएसी ने यह अनुमति देने से पहले इस संबंध में विशेषज्ञ समिति गठित करने की सलाह ली है। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. दीपक पेंटल की अध्यक्षता में गठित इस समिति ने महिको द्वारा दिए गए विवरण का अध्ययन करने के साथ ही बीटी बैंगन से जैव चक्र की सुरक्षा पर पड़ने वाले प्रभावों का भी अध्ययन किया। समिति ने परीक्षण के दौरान अपनाए जाने वाले अन्य सुरक्षात्मक उपायों पर भी विचार किया तथा इसके बाद ही जीईएसी को अनुमति प्रदान करने की अनुशंसा की।