Last Updated :मुंबई (वार्ता) , बुधवार, 9 जुलाई 2014 (20:02 IST)
सचिन बनाम सौरव की जंग
आईपीएल में शुक्रवार को जब मुंबई इंडियन्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मुकाबला होगा, तो सभी की निगाहें सचिन तेंडुलकर बनाम सौरव गांगुली के बीच होने वाली इस जंग पर रहेगी।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के आने और बुधवार को चेन्नई सुपर किंग्स पर मिली धमाकेदार जीत से उत्साहित मुंबई इंडियन्स की टीम जब भाग्यशाली डीवाई पाटिल स्टेडियम में नाइट राइडर्स के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो उसके जेहन में जीत का 'पंच' पूरा करने का इरादा होगा।
उधर कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान सौरव गांगुली भी टूर्नामेंट में जारी अपनी लगातार जीत के सिलसिले को इस मैच में भी बनाए रखना चाहेंगे, ताकि सेमीफाइनल में पहुँचने का रास्ता आसान हो सके।
मुंबई के लिए डीवाई पाटिल स्टेडियम काफी भाग्यशाली रहा है और उसने अब तक यहाँ खेले चार में से तीन मैच जीते हैं1। यहाँ की पिच रनों से भरपूर है और अगर बल्लेबाज अपनी रंगत में खेले तो यहाँ रनों का अंबार लगाया जा सकता है।
उधर नियमित कप्तान सचिन की चोट के बाद वापसी से टीम काफी उत्साहित है। शायद यह सचिन की वापसी का ही परिणाम था कि टूर्नामेंट में अब तक कुछ खास हाथ नहीं दिखा सके श्रीलंका के विस्फोटक बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ धुआँधार नाबाद 114 रन की पारी खेलकर अपनी टीम को एकतरफा जीत दिला दी। जयसूर्या का टूर्नामेंट में यह दूसरा सबसे तेज शतक था।
मुंबई की टीम ने अब तक खेले अपने आठ मैचों में चार जीते हैं तथा उसके अंक तालिका में आठ अंक हैं। मुंबई की टीम ने शुरुआती चार मैच हारने के बाद शानदार वापसी की है।
इधर नाइट राइडर्स की टीम ने भी शुरू के दो मैच जीतने के बाद लगातार चार मैच गँवा दिए थे, लेकिन इसके बाद उसने टूर्नामेंट में वापसी की है और अंक तालिका में दस अंक के साथ चौथे स्थान पर है। उसने पिछले लगातार तीन मैच जीते हैं।
मुंबई की टीम ने जिस तरीके से पिछले चार मैचों में प्रदर्शन किया है और लगातार जीत दर्ज की है, उसको देखते हुए कोलकाता की टीम के लिए उसके घरेलू मैदान में उसे मात देना आसान नहीं होगा। सचिन, जयसूर्या, शान पोलाक, अभिषेक नायर जैसे बल्लेबाज कभी भी अपने दम पर टीम को जीत दिलाने की क्षमता रखते हैं। सचिन की टीम में आने के बाद से मुंबई के खिलाड़ियों का विश्वास भी बढ़ा है।
वहीं दूसरी तरफ कोलकाता की टीम को भी मुंबई की टीम हलके में लेने की कोशिश नहीं करेगी, क्योंकि उसके पास भी कप्तान गांगुली के अलावा सलमान बट्ट, लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे डेविड हसी, लक्ष्मीरतन शुक्ला जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं जो अच्छी पारियों से टीम को जीत की मंजिल तक पहुँचा देते हैं।
गेंदबाजी में तो कोलकाता की टीम टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम मानी जा सकती है। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और भारत के युवा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा किसी भी बल्लेबाजी क्रम को अपने बाणों से भेदने की क्षमता रखते हैं।
इसके अलावा कोलकाता के पास अशोक डिंडा जैसा एक और होनहार गेंदबाज है। ऑलराउंडर शुक्ला और कप्तान गांगुली भी पिछले मैचों से काफी उपयोगी गेंदबाजी कर कर रहे हैं। शोएब ने तो अपने पहले ही मैच में टीम को अपने दम पर शानदार जीत दिला दी थी।
वहीं अगर मुंबई के सचिन, जयसूर्या और पोलाक जैसे बल्लेबाजों का दिन हो तो कोई भी गेंदबाज उनके सामने पानी माँगता नजर आ सकता है। गेंदबाजी में भी मुंबई की टीम को कमतर नहीं आँका जा सकता है। तेज गेंदबाज आशीष नेहरा, पोलाक और कुलकर्णी लगातार अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं और उनमें किसी भी स्तरीय बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने की क्षमता है।
इस मैच में दोनों ही टीमों का पलड़ा बराबर माना जा सकता है और जो टीम बीस ओवरों में अपने नब्ज पर काबू कर लेगी वहीं इस मैच का विजेता बनेगी। इसके अलावा सभी की निगाहें सचिन बनाम गांगुली के इस जंग में दोनों के व्यक्तिगत प्रदर्शन पर भी लगी रहेंगी।