नतीजा यह कि शहर का नाम बरगदों वाला शहर पड़ गया। इधर एक भारतीय बरगद ने कुछ ज्यादा ही लंबा सफर तय किया है। 1873 में यह अमेरिका के हवाई द्वीप जा पहुँचा। नहीं, अपनी जटाओं/तनों के बल पर चलकर नहीं, जहाज में सवार होकर। तब यह आठ फुट ऊँचा था और इसका एक ही तना था। आज यह 50 फुट से ज्यादा कद प्राप्त कर चुका है और इसके 12 तने हैं। जाहिर है, लंबे सफर के बाद अमेरिका की आबोहवा इसे रास आ गई है।