नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में रविवार दोपहर पहुंचने वाला चक्रवाती तूफान हुदहुद शाम तक विशाखापट्टनम से 60 किलोमीटर पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ गया है और इसकी तीव्रता कम हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी डिविजन के वैज्ञानिक एम महापात्र ने कहा कि हुदहुद बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान से गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और इसकी गति अब 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा रह गई है।
चक्रवात आज बंदरगाह शहर विशाखापट्टनम पहुंचा था जिससे आंध्र प्रदेश के तीन तटवर्ती जिलों में मूसलाधार वर्षा हुई। इससे राज्य और पड़ोसी राज्य ओड़िशा में पांच व्यक्तियों की मौत हो गई तथा बिजली और संचार लाइनें टूट गईं।
विशाखापट्टनम, श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ क्योंकि हवा 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान दोपहर से पहले विशाखापट्टनम पहुंचा। अंधड़ के साथ ही भारी वर्षा से पेड़ उखड़ गए और कच्चे मकानों की छत और छप्पर उड़ गए।
राजस्व विभाग ने बताया कि ‘हुदहुद’ से कुल 2,48,004 लोग प्रभावित हुए हैं। इससे 70 मकानों को भी नुकसान पहुंचा और 34 पशु मारे गए हैं। आंध्र प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि ओड़िशा में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
राज्य के मुख्य सचिव आईवीआर कृष्ण राव ने बताया, हुदहुद से तीन लोगों की मौत होने की खबर है। विशाखापट्टनम में दो लोगों के ऊपर पेड़ गिर गए जबकि श्रीकाकुलम में एक परिसर की दीवार ढहने से एक व्यक्ति की मौत हुई है।
ओड़िशा के विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्र ने बताया कि एक मछुआरा समुद्री लहरों में उस वक्त फंस गया जब वह अपनी नौका बचाने की कोशिश कर रहा था। कल एक नौ साल की लड़की उस वक्त डूब गई जब ओड़िशा में केंद्रपाड़ा जिले के सतभाया इलाके में लोगों को बचाने में जुटी नौका पलट गई।
दिल्ली में मौसम विभाग के निदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया कि चक्रवात आंध्र प्रदेश के तटों पर 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आया और यह 195 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गया।
पीएम मोदी ने की चंद्रबाबू नायडू से चर्चा... आगे पढ़ें...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से बात की और राहत एवं बचाव उपायों पर चर्चा की तथा हर संभव मदद का वादा किया। मौसम विभाग ने बताया कि हुदहुद के विशाखापट्टनम के 60 किलोमीटर उत्तर पश्चिम बढ़ने पर इसकी प्रबलता शाम तक कम हो गई।
मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी विभाग के वैज्ञानिक एम महापात्र ने बताया कि हुदहुद ने एक अति प्रचंड चक्रवात से प्रचंड चक्रवात का रूप ले लिया है और इसकी गति अब 100 से 110 किलोमीटर तक सीमित हो गई है।
नायडू ने हैदराबाद में बताया संचार पूरी तरह ठप हो गया है.. बिजली और दूरसंचार...। हम बचाव पर काम कर रहे हैं। हमारा प्रशासन, जहां तक संभव हो पा रहा है, जहां वह पहुंच सकते हैं, पहुंच रहे हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया कि चक्रवात का विभिन्न जिलों गंजाम, गजपति, कोरापुट, पुरी, कालाहांडी और केंद्रपाड़ा में असर पड़ा है।
इससे पहले, दिन में राठौर ने बताया था पहाड़ी संरचना होने की वजह से चक्रवात की तीव्रता अगले छह घंटे में कम हो जाएगी तथा अगले 12 घंटे में और घटेगी। क्षेत्र (विशाखापटनम) में अगले तीन दिन बहुत ज्यादा बारिश होगी।
उन्होंने बताया कि तूफान की वजह से छत्तीसगढ़, बिहार, पूर्वी मध्यप्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल में कुछ हिस्सों में बहुत ज्यादा बारिश होगी। राठौर ने बताया प्रधानमंत्री कार्यालय स्थिति पर नजर रख रहा है। अधिकारियों ने बताया कि कल सुबह तक मौसम में सुधार होने का अनुमान है और तब ही विमान सेवाएं संचालित हो पाएंगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडलीय सचिव अजित कुमार सेठ ने बताया कि प्रधानमंत्री न केवल आंध्रप्रदेश और ओडिशा को लेकर चिंतित हैं बल्कि वे चाहते हैं कि वह राज्य भी सतर्क रहें जहां चक्रवात के कारण भीषण बारिश हो सकती है।
सेठ ने चक्रवात प्रभावित विशाखापटनम के निवासियों को तेज हवाओं का दूसरा दौर खत्म होने तक सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा से निपटने में केंद्रीय एजेंसियों और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्से में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 24 टीमें तैनात हैं जिनमें से तीन टीमें रास्ते में हैं। प्रत्येक टीम में 45 से 50 सदस्य हैं।
यहां के नौसेना बेस पर 6 हेलीकॉप्टर तैयार खड़े हैं जबकि सेना के दो कॉलम विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम में तैनात हैं। उनके पास बिजली चलित नौकाएं तथा बचाव और राहत के अन्य उपकरण हैं। इसके अलावा, 56 नौकाएं भी तैनात हैं।
(भाषा)