बीमा एजेंट पूर्व भर्ती परीक्षा
आईआरडीए के दो उद्देश्य हैं, एक बीमा क्षेत्र का विकास और दूसरा बीमाधारकों के हितों की रक्षा करना। दोनों ही उद्देश्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और जब तक बीमाधारकों के हितों की रक्षा नहीं की जाएगी, बीमा क्षेत्र का सही विकास नहीं हो सकता है।इसमें बीमाधारकों के हितों को ध्यान में रखना आईआरडीए के लिए परम आवश्यक है क्योंकि ग्रामीण जनता आज भी पूर्ण शिक्षित नहीं है तथा उनकी आर्थिक दशा भी ठीक नहीं है। एक बीमा एजेंट की भूमिका इन ग्रामीण जनता के प्रति काफी महत्वपूर्ण हो जाती है तथा वे इस जनता को बीमा के उत्पादों की सही जानकारी एवं बीमा से मिलने वाली सुरक्षा के बारे में विस्तार से बता सकें। साथ ही यूनिक लिंक जैसे उत्पादों में शामिल जोखिमों के बारे में भी बीमा एजेंटों को ही ग्रामीण क्षेत्र में जाने की सलाह देती है। इस संदर्भ में आईआरडीए ने भारतीय बीमा संस्थान को ऑफ लाइन से ऑनलाइन परीक्षा में परिवर्तन के लिए पूर्ण सहयोग दिया है।पिछले कुछ समय में आईआरडीए के पास भारतीय बीमा संस्थान द्वारा आयोजित की जा रही परीक्षाओं के खिलाफ काफी शिकायतें आ रही हैं तथा साथ ही प्रशिक्षण संस्थान एवं परीक्षा केंद्र के कर्मचारियों के खिलाफ भी शिकायतें आ रही हैं। ये शिकायतें सिर्फ परीक्षा में नकल, परीक्षा की तारीख के पूर्व उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह शिकायत भी है कि जब एक उम्मीदवार परीक्षा केंद्र को पैसे नहीं देते हैं तो उसकी उत्तर पुस्तिका में लिखे गए उत्तरों को परीक्षा केंद्रों द्वारा परिवर्तित कर दिया जाता है। हालाँकि कई परीक्षा केंद्रों को इन शिकायतों के देखते हुए बंद कर दिया गया है परंतु ऑनलाइन परीक्षाओं से होने वाली समस्याएँ अभी भी हमारे सामने हैं। इन परीक्षाओं की शिकायतें विस्फोटक स्तर तक बढ़ चुकी है और उनकी विश्वसनीयता पर एक प्रश्न चिह्न लग गया है। यह पूर्व भर्ती परीक्षा आज बीमा क्षेत्र में एक हँसी का विषय बन गया है।