Yoga Asanas for Heart Health
Yoga Asanas for Heart Health : योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है जो शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है। लेकिन, हृदय रोगियों को कुछ योगासन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। हृदय रोगियों को निम्नलिखित योगासन नहीं करने चाहिए....
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2. हलासन (Plow Pose) : इस आसन में शरीर को हल के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन भी रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
3. करनपदासन (Rabbit Pose) : इस आसन में शरीर को खरगोश के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी पर दबाव डाल सकता है, जो हृदय रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
4. सेतुबंधासन (Bridge Pose) : इस आसन में शरीर को पुल के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन हृदय की गति को बढ़ा सकता है, जो हृदय रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
5. उष्ट्रासन (Camel Pose) : इस आसन में शरीर को ऊंट के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन हृदय पर दबाव डाल सकता है, जो हृदय रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।
इन योगासन के अलावा, हृदय रोगियों को उन सभी योगासन से बचना चाहिए जिनमें शरीर को बहुत ज्यादा मोड़ना या झुकना पड़ता है। साथ ही, उन्हें उन योगासन से भी बचना चाहिए जिनमें सांस लेने में तकलीफ होती है।
अगर आप हृदय रोगी हैं और योग करना चाहते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वे आपको बता सकते हैं कि कौन से योगासन आपके लिए सुरक्षित हैं और कौन से नहीं।
हृदय रोगियों के लिए सुरक्षित योगासन
हृदय रोगियों के लिए कई सुरक्षित योगासन हैं, जिनका अभ्यास वे कर सकते हैं। इन योगासन में शामिल हैं:
1. शवासन (Corpse Pose) : इस आसन में शरीर को जमीन पर सीधा लेटाया जाता है। यह आसन शरीर को आराम देने और तनाव को कम करने में मदद करता है।
2. बालासन (Child's Pose) : इस आसन में शरीर को बच्चे के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन शरीर को आराम देने और रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाने में मदद करता है।
3. अधोमुख श्वानासन (Downward-Facing Dog Pose) : इस आसन में शरीर को उल्टे V के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन शरीर को मजबूत बनाने और रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है।
4. त्रिकोणासन (Triangle Pose) : इस आसन में शरीर को त्रिकोण के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन शरीर को लचीला बनाने और तनाव को कम करने में मदद करता है।
5. वीरभद्रासन (Warrior Pose) : इस आसन में शरीर को योद्धा के आकार में मोड़ा जाता है। यह आसन शरीर को मजबूत बनाने और संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करता है।
इन योगासन का अभ्यास करने से पहले, अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वे आपको बता सकते हैं कि आप कितनी देर तक और कितनी बार इन योगासन का अभ्यास कर सकते हैं।
हृदय रोगियों को योग का अभ्यास करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए...
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योग का अभ्यास करते समय धीरे-धीरे सांस लें।
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अगर आपको कोई दर्द या तकलीफ महसूस हो, तो तुरंत योग का अभ्यास बंद कर दें।
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योग का अभ्यास करने के बाद, कुछ देर आराम करें।
इन सावधानियों को बरतने से, हृदय रोगी योग का अभ्यास सुरक्षित रूप से कर सकते हैं और इसके कई फायदे उठा सकते हैं।
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