पहली बार फाइनल में जगह बनाने उतरेंगे न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका
ऑकलैंड। न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका आईसीसी क्रिकेट विश्वकप के सेमीफाइनल में मंगलवार को यहां जब आमने-सामने होंगे तो दोनों ही टीमें अंतिम चार में हार के सिलसिले को तोड़कर पहली बार फाइनल में जगह बनाने के इरादे से उतरेंगी।
दोनों टीमें इतिहास का हिस्सा बनना चाहती हैं क्योंकि इससे पहले न तो न्यूजीलैंड कभी विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है और न ही कभी दक्षिण अफ्रीका ने क्रिकेट के इस महाकुंभ के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई है।
न्यूजीलैंड को अतीत में छह बार विश्वकप के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है जबकि दक्षिण अफ्रीका तीन बार अंतिम चार से बाहर हुआ है। पूल चरण में न्यूजीलैंड ने पूरी तरह से दबदबा बनाया था और मार्टिन गुप्टिल की तूफानी पारी की मदद से क्वार्टर फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ भी आसान जीत दर्ज की।
न्यूजीलैंड की टीम मौजूदा विश्वकप में लगातार सात मैच जीत चुकी है और प्रत्येक मैच में उसके लिए एक नया खिलाड़ी हीरो बनकर उभरा है। पिछले मैच में यह भूमिका गुप्टिल ने निभाई जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 237 रन की पारी खेली।
न्यूजीलैंड को विरोधी टीम के आक्रमण को ध्वस्त करने में अधिक परेशानी नहीं हुई है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के पास डेल स्टेन और मोर्ने मोर्कल जैसे तूफानी गेंदबाज मौजूद हैं जो फार्म में होने पर दुनिया के किसी भी बल्लेबाजी क्रम को नेस्तनाबूद कर सकते हैं। इस बीच न्यूजीलैंड के कोच माइक हेसन ने कहा है कि अतीत की विफलताएं अधिक मायने नहीं रखती क्योंकि दोनों ही टीमें शानदार प्रदर्शन कर रही हैं।
हेसन ने कहा, ‘हम सभी फाइनल में जगह बनाने के लिए उत्सुक हैं और मुझे लगता है कि कल का मुकाबला रोमांचक होगा। दोनों टीमें अच्छा क्रिकेट खेल रही हैं और कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।’ न्यूजीलैंड के लिए एकमात्र चिंता ऐड़ी की चोट के कारण तेज गेंदबाज एडम मिल्ने का बाहर होना है। उनकी जगह युवा तेज गेंदबाज मैट हेनरी को टीम में शामिल किया गया है।
मौजूदा विश्वकप में न्यूजीलैंड की मेजबानी में होने वाला यह अंतिम मैच होगा और टीम जीत के साथ अपनी सरजमीं से जाना चाहेगी, लेकिन उसका प्रतिद्वंदी भी पूरी तरह सक्षम और किसी अन्य टीम से अधिक खतरनाक है।
न्यूजीलैंड पर घरेलू प्रशंसकों की अपेक्षाओं का का बोझ होना लेकिन कप्तान ब्रैंडन मैकुलम इसके बारे में अधिक नहीं सोच रहे।
न्यूजीलैंड की टीम को कभी प्रबल दावेदार नहीं माना गया जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम चोकर के ठप्पे के साथ खेलती है और अगर टीम कल का मैच जीतने में नाकाम रहती है तो यह दाग उसका पीछा नहीं छोड़ेगा।
दक्षिण अफ्रीका को अपने कप्तान एबी डिविलियर्स से काफी उम्मीदें होंगी जो शानदार फार्म में चल रहे हैं। शीर्ष क्रम में जिम्मेदारी का दारोमदार हाशिम अमला और फार्म में वापसी करने वाले क्विंटन डि काक पर होगा। फाफ डु प्लेसिस का बल्ला अब तक खामोश रहा है और उनसे भी बड़ी पारी की उम्मीद की जा रही है। कल के मैच के विजेता की भविष्यवाणी करना मुश्किल है क्योंकि दोनों की टीमों के पास सक्षम बल्लेबाज और अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है जिससे यह मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है।