Last Modified: नागपुर ,
गुरुवार, 10 मार्च 2011 (20:04 IST)
दबाव में है भारतीय टीम : अमला
दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला ने गुरुवार को कहा कि शनिवार को यहाँ भारत के खिलाफ होने वाले विश्वकप ग्रुप बी मैच में मेजबान टीम पर उम्मीदों का दबाव होगा।
अमला ने कहा कि मेजबान टीम पर अपने प्रशंसकों की आशा के अनुरूप प्रदर्शन करने का दबाव होगा। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया को घरेलू दर्शकों के सामने दक्षिण अफ्रीका की चुनौती से निपटना मुश्किल होगा।
अमला ने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत पर दबाव ज्यादा होगा क्योंकि उनसे काफी उम्मीदें होंगी। हम पहले भी बडी संख्या में दर्शकों के सामने खेल चुके हैं इसलिए यह कोई बडी समस्या नहीं होगी।’
उन्होंने कहा, ‘हम इस बड़े मैच में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हमारे खिलाड़ी भारी भीड़ के सामने खेलने का आनंद उठाएँगे।’ दक्षिण अफ्रीका ने विश्वकप से पहले भारत को अपनी सरजमीं पर वनडे श्रृंखला में 3-2 से मात दी थी लेकिन अमला ने स्वीकार किया कि उनकी टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा क्योंकि परिस्थितियाँ मेजबान टीम के अनुकूल होंगी।
अमला ने कहा, ‘जाहिर तौर पर भारत काफी अच्छी टीम है। हम उनके खिलाफ दक्षिण अफ्रीका में खेले थे और हमें पता है कि उनके खिलाफ कैसे खेलना है। इस विकेट पर हमारे बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए काफी अच्छी चुनौती होगी।’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके लिए ये घरेलू परिस्थितियाँ हैं लेकिन इस के साथ हम सभी जानते हैं कि यह दबाव वाली स्थिति है। उनसे काफी उम्मीदें होंगी।’ कहा जा रहा है कि नागपुर की विकेट बल्लेबाजों की मददगार होगी।
अमला ने कहा, ‘यह सपाट विकेट है। मैंने यहाँ अच्छा समय गुजारा है लेकिन टेस्ट क्रिकेट तो टेस्ट क्रिकेट होता है और वनडे क्रिकेट के लिए अलग तरह के कौशल की जरूरत होती है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अगर फिर से यहाँ रन बनाता हूँ तो मुझे काफी खुशी होगी। मुझे लगता है कि यह क्रिकेट के लिए अच्छी विकेट है और आशा है कि मैं यहाँ रन बटोर सकूँगा।’ अमला ने आउट ऑफ फार्म चल रहे जैक कैलिस का समर्थन करते हुए कहा कि शायद वह आगामी बड़े मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई चिंता की बात है। कैलिस विश्व स्तरीय खिलाड़ी है। वह पिछले 15 वर्ष से टीम का स्टार खिलाड़ी है। अगर उन्होंने पिछले कुछ मैचों में रन नहीं बनाए हैं तो यह चिंता की बात नहीं है। हम सब जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद करनी है। (भाषा)