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Written By वार्ता
Last Modified: पल्लेकेल, श्रीलंका , बुधवार, 9 मार्च 2011 (14:27 IST)

श्रीलंका की नजरें क्वार्टर फाइनल पर

श्रीलंका क्वार्टर फाइनल विश्वकप वर्ल्ड कप 2011
सहमेजबान श्रीलंका गुरुवार को यहाँ पल्लेकेल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाने वाले विश्वकप के ग्रुप ए मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ बड़े अंतर से जीत हासिल कर क्वार्टर फाइनल के लिए अपनी सीट बुक करने के इरादे से मैदान में उतरेगा।

श्रीलंकाई टीम के अब तक ग्रुप के चार मैचों से पाँच अंक हैं और वह अंक तालिका में तीसरे नंबर पर है। श्रीलंका को अभी दो मैच और खेलने हैं और क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए उसे कम से कम एक मैच में जीत हासिल करनी होगी।

श्रीलंकाई टीम चाहेगी कि जिम्बाब्वे के खिलाफ कल होने वाले मैच में वह बड़े अंतर से जीत दर्ज कर अंतिम आठ में अपनी जगह पक्की कर ले। श्रीलंका को ग्रुप के अपने आखिरी और अगले मैच में 16 मार्च को न्यूजीलैंड से भिड़ना है। यदि वह यह मैच हार जाता है तो उस पर ग्रुप के अपने आखिरी मैच में दबाव बढ़ जाएगा। इसलिए टीम जिम्बाब्वे को हराकर इसी मैच में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने की पूरी कोशिश करेगी।

खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही श्रीलंकाई टीम विश्वकप के अपने चार में से दो मैच जीत चुकी है जबकि एक मैच में उसे हार का सामना करना और एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया।

श्रीलंका ने कनाडा को 210 रनों से हरा कर अपने विश्वकप अभियान की जोरदार शुरुआत की लेकिन उसके बाद उसे पाकिस्तान के हाथों एक कडे मुकाबले में 11 रनों से हार झेलनी पड़ी। श्रीलंका ने अपने तीसरे मैच में केन्या को नौ विकेट से धूल चटाई लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसका अगला मैच बारिश की भेंट चढ़ गया।

विश्वकप में अब तक श्रीलंकाई टीम के शीर्षक्रम के बल्लेबाज नाकाम रहे हैं। तिलकरत्ने दिलशान अब तक टीम की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके हैं जिसके कारण कप्तान कुमार संगकारा और माहेला जयवर्द्धने पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है।

जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच में श्रीलंकाई शीर्षक्रम के पास फार्म में लौटने का मौका होगा। कप्तान संगकारा ने इस बात का भरोसा जताया है कि उनके बल्लेबाज वापसी करते हुए मैच में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

संगकारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच धुलने के बाद कहा था कि हर बल्लेबाज हर मैच में बड़ा स्कोर नहीं बना सकता। जब आप मजबूत टीम के खिलाफ खेलते हैं तो आपको पूरी टीम के सहयोग और अच्छे प्रदर्शन की जरूरत होती है।

उन्होंने कहा 'मैं यह नहीं कहता कि हमारे बल्लेबाज अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहे हैं। बस दुर्भाग्यवश कुछ मैचों में बल्लेबाजों का बल्ला काम नहीं कर पाता। हमारी टीम में सात बल्लेबाज हैं इसलिए यह जरूरी है कि मैच के एक या दो या फिर तीन बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा कर पाएँ। (वार्ता)