वास्तु की ये 5 टिप्स आजमाएं, माता लक्ष्मी बरसाएंगी धन
Lakshmi prapti ke liye vastu tips: माता लक्ष्मी का स्थाई वास उन घरों में होता है जहां पर कलह करने वाली स्त्री न हो और स्त्री का सम्मान होता हो। जहां पर लोग किसी प्रकार का नशा नहीं करते हों और हमेशा मिलजुलकर प्रसन्नतापूर्वक रहते हों। इसी के साथ यदि आप वास्तु के ये 5 टिप्स अपना लेंगे तो माता लक्ष्मी धन की वर्षा कर देंगी। आओ जानते हैं कि कौनसे हैं वे 5 टिप्स।
1. उत्तर दिशा : घर की इस दिशा में कैश व आभूषण जिस अलमारी में रखते हैं, वह अलमारी भवन की उत्तर दिशा के कमरे में दक्षिण की दीवार से लगाकर रखना चाहिए। इस प्रकार रखने से अलमारी उत्तर दिशा की ओर खुलेगी, उसमें रखे गए पैसे और आभूषण में हमेशा वृद्धि होती रहेगी।
2. हरसिंगार का पेड़ : हरशिंगार के फूल बहुत ही सुंदर और सुगंधित होते हैं। यह घर आंगन की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। इसका घर के आसपास होना बहुत ही शुभ माना गया है। हरसिंगार का वृक्ष जिसके भी घर के आसपास होता है उसके घर के सभी तरह के वास्तुदोष दूर हो जाते हैं। हरसिंगार के फूल जिसके भी घर-आंगन में खिलते हैं, वहां हमेशा शांति और समृद्धि का निवास होता है।
3. गणेश- लक्ष्मी- कुबेर की मूर्ति: Idol of Ganesh Lakshmi and Kuber : माता लक्ष्मी जहां धन की देवी हैं। वहीं, यक्षराज कुबेरदेव देव खजानों के रक्षक और धन के देवता हैं। विघ्नहर्ता गणेशजी से सुख-शांति और धन-समृद्धि में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। तीनों की ही मूर्ति घर में रखने से सुख-शांति और धन-समृद्धि आती है।
4. कलश स्थापना : कलश को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे ईशान कोण में अष्टदल कमल बनाकर स्थापित किया जाता है। इसमें जलभरकर उसमें तांबे का सिक्का डालकर फिर आम के पत्ते डालकर उसके मुख पर नारियल रखा जाता है। कलश पर रोली, स्वस्तिक का चिह्न बनाकर, उसके गले पर मौली (नाड़ा) बांधी जाती है।
5. वंदनवार : आम या पीपल के नए कोमल पत्तों की माला को वंदनवार कहा जाता है। इसे द्वार पर बांधा जाता है। वंदनवार इस बात का प्रतीक है कि देवगण इन पत्तों की भीनी भीनी सुगंध से आकर्षित होकर घर में प्रवेश करते हैं। वंदनवार बंधी रखने से घर परिवार में एकता व शांती के साथ ही सुख और समृद्धि बनी रहती है। वंदनवार के साथ ही घर की देहलीज को सुंदर बनाएं और वहां पर रोज दीपक जलाएं।