एक्शन में योगी सरकार, उठाया सख्त कदम, 2 बड़े अधिकारियों को कर दिया निलंबित
लखनऊ। उत्तरप्रदेश सरकार ने गुरुवार को सोनभद्र के जिलाधिकारी और गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को निलंबित कर दिया। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू को ड्यूटी के दौरान कथित अनियमितताओं के आरोप में निलंबित किया गया है।
उत्तरप्रदेश सरकार ने बताया कि गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार को भी कर्तव्यों के निर्वहन में कथित ढिलाई और अपराध पर प्रभावी नियंत्रण रखने में असमर्थता के लिए निलंबित किया गया है। चंद्र विजय सिंह को सोनभद्र का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
सोनभद्र में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जनप्रतिनिधियों की शिकायतों से सरकार को पता चला कि सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू ने खनन जिला खान एवं खनिज समिति एवं अन्य निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार किया है। सूत्रों के अनुसार इसके अलावा हाल के चुनावों के दौरान जिला चुनाव अधिकारी के रूप में उनकी ओर से घोर शिथिलता बरती गई। सूत्रों के अनुसार इसका एक उदाहरण 'पोस्टल बैलेट' की मतपेटी को सील न करना था, जो राष्ट्रीय मीडिया में वायरल हो गया जिससे जिले में चुनाव को रद्द करने ('निरस्त') की स्थिति पैदा हो गई। सूत्रों के अनुसार उन्होंने उनके आम जनता और जनप्रतिनिधियों से भी दूर रहने की बात कही थी।
सूत्रों ने कहा कि विंध्याचल मंडल के संभागीय आयुक्त द्वारा की गई जांच में शिबू के खिलाफ आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि निलंबन अवधि के दौरान शिबू लखनऊ में राजस्व बोर्ड से जुड़े रहेंगे। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी ने लखनऊ में बताया कि चंद्र विजय सिंह को सोनभद्र का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
सिंह मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, उत्तरप्रदेश सरकार के प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यरत थे। सोनभद्र जिला प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार सोनभद्र जिला एक औद्योगिक क्षेत्र है और यहां पर बहुत सारे खनिज जैसे बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना आदि पाए जाते हैं। इससे पहले सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में जनपद सोनभद्र के जिलाधिकारी तथा जनपद गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
बयान में कहा गया कि जनपद सोनभद्र के जिलाधिकारी टी.के. शिबू को कार्यों में अनियमितता तथा जनता से जुड़े मामलों के निस्तारण में लापरवाही बरतने एवं जनपद गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार को शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने तथा अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण न कर पाने के लिए निलंबित किया गया है।
इससे पहले अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि सोनभद्र के जिलाधिकारी को खनन में विसंगतियों के लिए निलंबित कर दिया गया है। उत्तरप्रदेश सरकार के नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार 2012 बैच के आईएएस अधिकारी शिबू को 23 अक्टूबर 2021 को सोनभद्र के जिलाधिकारी के पद पर तैनात किया गया था।
इससे पहले गुरुवार को यहां जारी एक बयान में अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि एसएसपी गाजियाबाद को कर्तव्य में लापरवाही और अपराध को नियंत्रित करने में विफलता के लिए निलंबित कर दिया गया है। 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी पवन कुमार 16 अगस्त 2021 से गाजियाबाद में तैनात थे। गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के गोविंद पुरम कॉलोनी के बी ब्लॉक स्थित एक पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से बाइक सवार 3 लुटेरों द्वारा कथित तौर पर 25 लाख रुपए की लूट करने के 3 दिन बाद एसएसपी के निलंबन की घोषणा की गई है।