यूपी में बुल्डोजर बाबा का खौफ, 17 दिन में 50 अपराधियों ने किया सरेंडर
लखनऊ। उत्तरप्रदेश चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत और योगी आदित्यनाथ की लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी से अपराधियों में खौफ का माहौल है। पिछले 17 दिन में 50 अपराधी पुलिस के सामने सरेंडर कर चुके हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ की बुल्डोजर बाबा वाली छवि के डर से अपराधी पुलिस के सामने सरेंडर कर रहे हैं। इन्हें डर था कि उनका एनकाउंटर हो सकता है या फिर बुलडोजर से घर ढहाया जा सकता है। इनमें से कई अपराधियों ने तो गले में कार्ड लटका रखा था, जिसमें लिखा था कि मैं सरेंडर कर रहा हूं। कृपया गोली न चलाएं।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि 50 अपराधियों ने न केवल आत्मसमर्पण किया बल्कि अपराध छोड़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान 2 को मुठभेड़ में मार गिराया गया और 10 को गिरफ्तार किया गया है। कानून व्यवस्था में सुधार के लिए योजना के माध्यम से प्रदेश के कोने-कोने में अपराधियों में भय पैदा करने के लिए कार्रवाई की जा रही है।
सहारनपुर में मात्र 3 दिन में 13 अपराधी सरेंडर कर चुके हैं, शामली में 18 अपराधियों ने सरेंडर किया, प्रतापगढ़ में बुलडोजर के डर से एक बलात्कारी ने थाने में जाकर समर्पण कर दिया। 3 साल से फरार चल रहे माफिया बदन सिंह बद्दो के मेरठ स्थित आलीशान भवन को भी 15 मार्च को ढहा दिया गया। यह सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से बना हुआ था।
योगी के शपथ लेते ही मुजफ्फरनगर नगर में जिला प्रशासन ने ताबड़तोड़ तरीके से शहर में फैल रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए सड़कों पर बुल्डोजर चलवा दिया। योगी बाबा का बुल्डोजर जैसे ही सड़क पर अतिक्रमण हटाने पहुंचा तो व्यापारियों में भगदड़ मच गई।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, 2022 में अपराधियों और माफिया के खिलाफ 'बुलडोजर' चलाने का स्लोगन दिया गया था। इस बुलडोजर को योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी भाषणों मे जमकर भुनाया भी। उनके समर्थकों ने उन्हें 'बुलडोजर बाबा' का नया नाम भी दे दिया।
बुलडोजर बाबा का क्रेज इतना ज्यादा बढ़ गया है कि लोग यूपी में चुनाव जीतने के बाद अपने हाथों पर बुलडोजर का टैटू बनवा रहे हैं। इतना ही नहीं, बुलडोजर बाबा का नाम भी लिखवा रहे हैं।