• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. उत्तर प्रदेश
  4. Akhilesh Yadav's meeting with Shivpal Yadav
Written By
Last Updated : गुरुवार, 17 नवंबर 2022 (15:12 IST)

UP: मैनपुरी उपचुनाव से पहले अखिलेश ने की पत्नी डिम्पल के साथ शिवपाल यादव से मुलाकात

UP: मैनपुरी उपचुनाव से पहले अखिलेश ने की पत्नी डिम्पल के साथ शिवपाल यादव से मुलाकात - Akhilesh Yadav's meeting with Shivpal Yadav
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी एवं इस सीट से पार्टी प्रत्याशी डिम्पल यादव के साथ गुरुवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख एवं अपने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात की। यादव ने इसके साथ ही अपनी, डिम्पल, शिवपाल यादव और उनके पुत्र आदित्य यादव की एक तस्वीर भी ट्वीट की।
 
मैनपुरी लोकसभा सीट सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है। पार्टी किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना चाहती है। इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि नेताजी और घर के बड़ों के अलावा मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है। यादव ने इसके साथ ही अपनी, डिम्पल, शिवपाल यादव और उनके पुत्र आदित्य यादव की एक तस्वीर भी ट्वीट की।
 
इससे पहले मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) के स्टार प्रचारक बनने के अगले दिन शिवपाल यादव ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिम्पल यादव को जीत दिलाने का आह्वान किया।
 
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में शिवपाल की भूमिका इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनका विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर भी मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है। शिवपाल का मैनपुरी के लोगों के साथ करीबी नाता है। मुलायम सिंह यादव की अनुपलब्धता की स्थिति में क्षेत्र में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शिवपाल उनके प्रतिनिधि के रूप में जाया करते थे।
 
शिवपाल यादव का डिम्पल के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए उतरना महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा ने इस सीट से रघुराज सिंह शाक्य को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो कभी शिवपाल यादव के करीबी सहयोगी थे। मैनपुरी लोकसभा सीट पर लंबे समय से सपा का ही कब्जा है। इस सीट पर उपचुनाव के तहत मतदान 5 दिसंबर को होगा और नतीजे की घोषणा 8 दिसंबर को की जाएगी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
ये भी पढ़ें
अपना खून बेचकर घर चलाने पर मजबूर हैं अमेरिकी, जानें क्या है इस दावे में सचाई