लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण के तहत राज्य के 9 जिलों की 54 विधानसभा सीट पर मतदान जारी है। अपराह्न 3 बजे तक औसतन 46 प्रतिशत मतदान हुआ।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि सोमवार को विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में अपराह्न 3 बजे तक औसतन 46.40 प्रतिशत वोट पड़े। आजमगढ़ में 45.28 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसके अलावा भदोही में 47.49, चंदौली में 50.79, गाजीपुर में 46.28, जौनपुर में 47.14, मऊ में 46.88, मिर्जापुर में 44.64, सोनभद्र में 49.84 और वाराणसी में 43.76 प्रतिशत मतदान हुआ।
उन्होंने बताया कि चंदौली जिले की चकिया और सोनभद्र जिले की राबर्ट्सगंज तथा दुद्धी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा। शेष 51 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शाम 6 बजे तक वोट पड़ेंगे।
आयोग के मुताबिक, मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। हालांकि समाजवादी पार्टी ने गाजीपुर और भदोही में कुछ स्थानों पर मतदाताओं को वोट डालने से रोके जाने, आजमगढ़ में फर्जी मतदान कराए जाने और जौनपुर के मल्हनी क्षेत्र में एक पार्टी विशेष के पक्ष में जबरन मतदान कराए जाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।
शुक्ल ने बताया कि 7वें चरण में 2.06 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 1.09 करोड़ पुरुष, 97.08 लाख महिला तथा 1027 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इस चरण के निर्वाचन में कुल 54 विधानसभा क्षेत्रों में 613 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 75 महिला प्रत्याशी हैं। 7वें चरण की 54 सीटों में से 11 अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
शुक्ल ने बताया कि 7वें चरण के चुनाव के लिए कुल 23,614 मतदेय स्थल तथा 12,210 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग ने 52 सामान्य प्रेक्षक, नौ पुलिस प्रेक्षक तथा 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए हैं। इसके अलावा 1621 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 195 जोनल मजिस्ट्रेट, 222 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2796 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं।
आयोग द्वारा राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा दो वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं, जो क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण कर रहे हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में सातवें चरण की इन 54 सीट में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगियों अपना दल (एस) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को कुल 36 सीट मिली थीं। इनमें भाजपा को 29, अपना दल (एस) को चार और सुभासपा को तीन सीटें प्राप्त हुई थीं। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) को 11, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को छह और निषाद पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी। पिछली बार 2017 में अपने दम पर लड़ी निषाद पार्टी इस बार भाजपा के साथ गठबंधन में है, जबकि सुभासपा ने सपा से गठबंधन किया है।
चुनाव के अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा। इनमें पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी (वाराणसी दक्षिण), अनिल राजभर (शिवपुर-वाराणसी), रविंद्र जायसवाल (वाराणसी उत्तर), गिरीश यादव (जौनपुर) और रमाशंकर पटेल (मड़िहान-मिर्जापुर) शामिल हैं।
इसके अलावा विधानसभा चुनाव से ऐन पहले भाजपा छोड़कर सपा में गए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान (घोसी-मऊ) और भाजपा का साथ छोड़कर इस बार सपा से गठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सुभासपा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (जहूराबाद-गाजीपुर), गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी (मऊ सदर) तथा बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह (मल्हनी-जौनपुर) की उम्मीदवारी वाली सीट पर भी इसी चरण में ही वोट डाले जा रहे हैं।
उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के पूर्ववर्ती 6 चरणों में 349 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न हो चुका है। अंतिम चरण के लिए मतदान जारी है। प्रदेश में सात चरणों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आगामी 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।