मेहनत के बाद किस्मत ने दिया साथ, भारतीय महिला हॉकी टीम 41 साल बाद ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में
टाेक्यो: सुबह की गई मेहनत और शाम को मेहरबान हुई किस्मत, महिला हॉकी टीम के लिए शनिवार को शनि देव की कृपा रही। दांतो तले उंगली दबा देने वाले मैच में भारत ने पहले दक्षिण अफ्रीका को हराया और फिर शाम को ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड के बीच होने वाला मैच भारत के पक्ष में गया।
यह ओलंपिक में पहली बार है जब भारत की दोनों पुरुष और महिला टीम ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने में सफल हुई है। भारतीय पुरुष टीम का सामना ग्रेट ब्रिटेन से रविवार को होगा जबकि महिला टीम सशक्त ऑस्ट्रेलिया की टीम से 2 अगस्त को क्वार्टरफाइनल में भिड़ेगी।
अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में जर्मनी और अर्जंटीना, नीदरलैंड और न्यूजीलैंड, स्पेन और ग्रेट ब्रिटेन। दोनों मुकाबलों की विजयी टीमें फाइनल में भिड़ेंगी।
गौरतलब है कि वंदना कटारिया की गोल हैट्रिक के दम पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने यहां शनिवार को दक्षिण अफ्रीका को पूल ए के अपने आखिरी लीग मैच में 4-3 से हरा कर पूल में चौथे स्थान पर रहते हुए अपनी क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीद कायम रखी।
ओई हॉकी स्टेडियम में इस कांटे के मुकाबले वंदना कटारिया का जलवा रहा जो गोलों की हैट्रिक करने वाली पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी बनीं। वंदना ने चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किए। उनके अलावा नेहा ने 32वें मिनट में भारत के लिए एक गोल किया। वहीं दक्षिण अफ्रीका के लिए टैरिन ग्लास्बी ने 15वें, कप्तान एरिन हंटर ने 30वें और मेरीजेन मराइस ने 39वें मिनट में गोल किया।
इस जीत के बाद अब भारत के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने का सारा दारोमदार आयरलैंड और ग्रेट ब्रिटेन के बीच पूल ए के आखिरी मैच पर टिका था । भारत के क्वार्टर फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए या तो आयरलैंड का ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ हारना या मैच ड्रॉ होना अनिवार्य था , हालांकि अगर आयरलैंड जीत जाता और भारत के बराबर छह अंकों पर पहुंच जाता तो यहां फिर भी भारत गोल के अंतर से चौथे स्थान पर रह सकता था, लेकिन यह बहुत खतरनाक स्थिती होती।
वैसे इन समीकरणों की नौबत ही नहीं आयी और रियो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता ग्रेट ब्रिटेन ने आयरलैंड को 2-0 से मात दे डाली और भारत के क्वार्टरफाइनल में जाने के रास्ते खोल दिए। पहला मैच हारने के बाद ग्रेट ब्रिटेन की यह लगातार चौथी जीत थी जबकि आयरलैंड ने सिर्फ अपना पहला लीग मैच जीता और इसके बाद यह टीम की चौथी हार थी।
पहले क्वार्टर में आयरलैंड पर बने दबाव का फायदा उठाते हुए ग्रेट ब्रिटेन की टाउनसेंड सुसन्नाह ने 17वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद तीसरे क्वार्टर में मार्टिन हन्नाह ने 32वें मिनट में गोल दाग कर बढ़त को बढ़ा कर 2-0 कर दिया। चौथे और आखिरी क्वार्टर तक ब्रिटेन ने इस बढ़त को बनाए रखा और मैच अपने नाम किया। इस जीत के साथ ग्रेट ब्रिटेन ने पांच मैचों में नौ अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए अपना ग्रुप स्टेज अभियान समाप्त किया।
बहरहाल दक्षिण अफ्रीका पर मिली जीत के साथ भारत पूल ए में छह अंकों के साथ चौथे स्थान पर है, जबकि नीदरलैंड और जर्मनी 12-12 अंकों के साथ क्रमश: पहले और दूसरे और ग्रेट ब्रिटेन 9 अंक के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं आयरलैंड तीन अंकों के साथ पांचवें और दक्षिण अफ्रीका अपने सभी मैच हारकर अंतिम स्थान पर है।
41 वर्ष बाद ओलंपिक के क्वारटरफाइनल में जगह बनाने में भारतीय महिला टीम सफल हुई।उल्लेखनीय है कि दोनों पूलों में से शीर्ष चार टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी।