सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं भारत की डेथ गेंदबाजी की भी होगी द.अफ्रीका के खिलाफ परीक्षा
पर्थ: आईसीसी टी20 विश्व कप के पहले दो मैचों में पाकिस्तान और नीदरलैंड के ऊपर जीत दर्ज करने के बाद डेथ ओवरों में भारतीय गेंदबाजी का असली इम्तिहान रविवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होगा।
इस टूर्नामेंट में आने से पहले अंतिम ओवरों में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक था। डेथ ओवरों की खराब गेंदबाजी के कारण भारत को एशिया कप से बाहर का रास्ता देखना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 शृंखलाओं में भी यह कहानी ज्यादा नहीं बदली।
यह बात भी गौर करने योग्य है कि पाकिस्तान और नीदरलैंड के लचर मध्यक्रम ने भी आखिरी पांच ओवरों में भारत के खिलाफ क्रमशः 53 एवं 42 रन बना लिये थे। प्रोटियाज के सुसज्जित मध्यक्रम में राइली रूसो, ट्रिस्टन स्टब्स और डेविड मिलर जैसे विस्फोटक बल्लेबाज हैं। रूसो ने पिछले दो टी20 मैचों में दो शतक जड़े हैं जबकि मिलर इसी महीने की शुरुआत में गुवाहाटी में खेले गये टी20 मैच में भारत के खिलाफ शतक जड़कर आ रहे हैं। अगर प्रोटियाज की बल्लेबाजी पर नजर डालें तो कप्तान टेम्बा बावुमा को छोड़कर लगभग सभी बल्लेबाज शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।
गौरतलब है कि यह मुकाबला रविवार को पर्थ पर खेला जाने वाला दूसरा मैच होगा। ज़ाहिरी तौर पर विकेट के धीमा पड़ने की उम्मीद है। ऐसे में अगर भारत पर्थ स्टेडियम पर दक्षिण अफ्रीका को बड़ा स्कोर बनाने से रोकना चाहता है तो स्पिनरों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इस मैच में भारत युज़वेंद्र चहल के रूप में वह 'अतिरिक्त स्पिनर' भी खिला सकता है जिसका जिक्र गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया था।
हालांकि भारत के भुवनेश्वर कुमार ने अब तक 42 गेंदो में 30 डॉट गेंदे की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पर्थ की पिच स्विंग गेंदबाजी को या फिर तेज गेंदबाजी की मददगार साबित होती है।
इस मुकाबले को भारत के पक्ष में झुकाने की क्षमता भारतीय बल्लेबाजी के पास है। यह मैच भारतीय बल्लेबाजी और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजी के बीच का द्वंद होगा। पिछले दो मैचों में दो अर्द्धशतक जड़ने वाले विराट कोहली और बंगलादेश के खिलाफ मात्र 10 रन देकर चार विकेट लेने वाले आनरिक नॉर्खिया का मुकाबला दर्शनीय होने वाला है।
मौसम नहीं बनेगा पर्थ में बाधापर्थ का आकाश मेलबर्न की भांति बादलों से घिरा हुआ नहीं है। यहां रविवार को बारिश के आसार केवल 20 प्रतिशत हैं, यानी भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पूरे 20-20 ओवर फेंके जाने के आसार हैं।