सचिन तेंडुलकर के टॉप कप्तान
वेबदुनिया डेस्क
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर का क्रिकेट करियर किसी परी कथा की तरह है। वनडे और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन, सबसे अधिक शतक, अर्धशतक, सबसे अधिक मैच, सबसे अधिक बार मैन ऑफ द सिरीज़ और न जाने कितने और रिकॉर्ड बना चुके सचिन में आज भी रन बनाने की भूख बरकरार है। सचिन का क्रिकेट करियर अब तक 23 साल लंबा हो चुका है और अभी जारी है। इस दौरान मास्टर ब्लास्टर ने भारतीय क्रिकेट के कई उतार-चढ़ाव देखे। आइए, नज़र डालते हैं उन भारतीय कप्तानों पर जिनके नेतृत्व में सचिन ने जमकर प्रदर्शन किया। सचिन ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर की शुरुआत 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट से की थी। इस समय भारतीय टीम के कप्तान श्रीकांत थे। पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ वकार यूनुस ने भी इसी मैच से अपने टेस्ट करियर का आगाज़ किया था और एक तथ्य यह भी है कि वकार ने ही सचिन का विकेट लिया। सचिन अपने 23 साल के लंबे टेस्ट करियर में 7 कप्तानों की कप्तानी में खेले। अगर वनडे क्रिकेट को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो सचिन कुल आठ कप्तानों की कप्तानी में खेले हैं। सचिन टेस्ट क्रिकेट में श्रीकांत के अलावा अज़हर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ अनिल कुंबले, वीरेंद्र सहवाग और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेले हैं। ये सभी वनडे में भी सचिन के कप्तान रह चुके हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट के लिए कप्तानों की इस सूची में अजय जड़ेजा का नाम भी आ जाता है।
सचिन के लिए ये साबित हुए सुपरहिट कैप्टन...अगले पेज पर
अज़हर- सचिन ने लंबे समय तक पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन की कप्तानी में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। सचिन का विध्वंसक रूप भी क्रिकेट प्रेमियों ने अज़हर की कप्तानी में ही देखा। अज़हर ने 1989 से 198-99 तक लगभग 10 साल भारतीय टीम की कप्तानी की। इस दौरान सचिन ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में धमाकेदार प्रदर्शन किया। भारत के सफल कप्तान और सचिन की कामयाबी...अगले पेज पर
सौरव गांगुली- भारतीय क्रिकेट के 'दादा' सौरव गांगुली ने छह सालों तक भारतीय टीम की कप्तानी की और भारत को कुछ यादगार जीत दिलाई। सचिन ने गांगुली की कप्तानी में विरोधियों के धुर्रे बिखेरना जारी रखा। हालांकि गांगुली ने टीम की कमान सचिन से ही अपने हाथों में ली थी, लेकिन पूर्व कप्तान सचिन ने नए कप्तान गांगुली को भरपूर सहयोग दिया और बतौर बल्लेबाज़ भी दोनों ने विश्व की ख्यात सलामी जोड़ी बनाई।