फिल्मों से चैंपियन नहीं बनते : योगेश्वर दत्त
इंदौर। जिस तरह कुश्ती पर फिल्में आ रही है, इससे निश्चित रूप से इस खेल का प्रचार व प्रसार हो रहा है, लेकिन फिल्म देखकर ही आप चैंपियन नहीं बन सकते। आपको कड़ा परिश्रम कर ही सफलता मिल सकती है।
उक्त बात भारत के सितारा पहलवान व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने सुपर कॉरिडोर पर होने वाले सबसे बड़े 51 लाख के इनामी दंगल के हैंडविल व पोस्टर की लांचिंग के दौरान कही। योगेश्वर ने कहा कि वर्तमान में देश का कुश्ती का महौल काफी बेहतर है, और कुश्ती लीग से पहलवान को प्रोत्साहन भी मिल रहा है। अपने लक्ष्य के बारे में योगेश्वर ने कहा कि 2018 में होने वाले एशियाड व कॉमनवेल्थ की तैयारियों में वे जुटे हुए हैं।
मैंने अब तक चार ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन 2020 के ओलंपिक के बारे में अभी कुछ नहीं कहना चाहता। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह का यह इक्कावन लाख रुपए का इनामी दंगल शहर में हो रहा है, वह काफी सराहनीय प्रयास है और इस तरह के आयोजन इस तरह होते रहे तो और प्रतिभाएं सामने उभर कर आएगी। योगेश्वर ने कहा कि रियो ओलंपिक मेरे लिए, बेहद निराशजनक था। शायद वह दिन मेरा नहीं था, लेकिन मैं असफलताओं को भूलकर भविष्य में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करने का लगातार प्रयास करूंगा।
हैंडविल का लोकार्पण : योगेश्वर दत्त ने जैसे ही आयोजन स्थल पर प्रवेश किया, उन्हें फूलमलाओं से लाद दिया गया व उनका भव्य स्वागत किया गया। योगेश्वर ने पहले पोस्टर का विमोचन किया व उसके बाद कम्प्यूटराइज्ड बटन दबाकर विशाल स्क्रीन पर पोस्टर की लांचिंग भी की। इस अवसर पर अतिथि के रूप में श्री राधे-राधे बाबा, कृष्णमुरारी मोघे, गोलू शुक्ला, मदन सिंह यादव व नकुल पाटोदी मौजूद थे। योगेश्वर को आकर्षक स्मृति चिहन्न चंदन सिंह बैस, नरेश वर्मा, नारायणसिंह यादव व सचिन यादव ने दिया। संचालन रमेश मिस्त्री ने किया तथा आभार आयोजन समिति के अध्यक्ष धीरज ठाकुर ने माना।