महिला विश्व चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों को कड़ा ड्रॉ
अस्ताना (कजाखस्तान)। 5 बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा) बेहद प्रतिस्पर्धी विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के पहले दौर में यहां स्वीडन की जुलियाना सोडरस्ट्रोम से भिड़ेंगी। इसमें केवल 3 भारतीय मुक्केबाजों को वरीयता दी गई है।
महिला मुक्केबाजों की ओलंपिक में 3 भार वर्गों 51 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा के लिए यह अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है। इसमें ओलंपिक के 12 टिकट दांव पर लगे होंगे जिसका मतलब है इन तीनों भार वर्गों में क्वालीफाई करने के लिए मुक्केबाज को कम से कम सेमीफाइनल तक पहुंचना होगा।
मैरीकॉम के अलावा जिन अन्य भारतीयों की निगाह ओलंपिक में जगह बनाने पर टिकी रहेगी उनमें एल. सरिता देवी (60 किग्रा) और पूजा रानी (75 किग्रा) शामिल हैं। उम्मीद के अनुरूप इन तीनों भार वर्ग में सबसे अधिक मुक्केबाज भाग ले रहे हैं। 51 किग्रा में 49, 60 किग्रा में 47 और 75 किग्रा में 34 मुक्केबाज अपना भाग्य आजमाएंगी।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम की निगाह रिकॉर्ड 6ठे स्वर्ण पदक पर होगी। वे और एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता सरिता गुरुवार को रिंग पर उतरेंगी। सरिता का मुकाबला बेलारूस की अला यार्शविच से होगा और यदि वे इसमें जीत दर्ज कर लेती हैं तो इस मणिपुरी को मैक्सिको की विक्टोरिया टोरेस से भिड़ना होगा। दूसरी तरफ पूजा को पहले दौर में बाई मिली है और वे 20 मई को उक्रेन की मारिया बोरूस्ता से भिड़ेंगी।
पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन निखत जारीन 54 किग्रा में 20 मई को ऑस्ट्रेलिया की बियान्सा अल मीर का सामना करेंगी। पवित्रा (64 किग्रा) को भी दूसरी वरीयता दी गई है और उनका सामना ऑस्ट्रेलिया की स्काई निकोलसन और क्रोएशिया की एंतोनिया पाविच से होगा।
स्वीटी (81 किग्रा) तीसरी भारतीय हैं जिन्हें वरीयता दी गई है। उन्हें दूसरी वरीयता दी गई है और उनका मुकाबला बेलारूस विक्टोरिया केबिकावा से होगा।
सोनिया लाथर (57 किग्रा) का सामना मंगोलिया की गुंडेगमा म्यागमार जबकि मीना रानी (69 किग्रा) का जर्मनी की नादिन अपेट्ज से होगा। सीमा पूनिया (81 किग्रा से अधिक) 23 मई को अजरबेजान की अयनूर रजाएवा से भिड़ेंगी। (भाषा)