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Last Modified: शुक्रवार, 4 अगस्त 2017 (20:26 IST)

लंदन में सज गया दुनियाभर के एथलीटों का मंच

लंदन में सज गया दुनियाभर के एथलीटों का मंच - World Athletics Championships, London
लंदन। दुनिया के 200 देशों से आए 1900 एथलीटों के साथ यहां लंदन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 16वें संस्करण की शुरुआत शुक्रवार से हो गई। 13 अगस्त तक चलने वाली विश्व चैंपियनशिप में इस बार शुरुआत से ही दुनियाभर के ट्रैक एंड फील्ड के दीवानों की निगाहें जमैका के यूसेन बोल्ट पर लगी हुई हैं।
        
अपने 25 सदस्यीय दल के साथ भारत भी इस बार दुनियाभर के दिग्गज एथलीटों के बीच अपनी छाप छोड़ने के लक्ष्य के साथ उतरा है जहां दूतीचंद, नीरज चोपड़ा, मोहम्मद अनस, सिद्धांत तिंगालिया, अनु रानी, जी लक्ष्मणन, खुशबीर कौर, इरफान केटी जैसे भारतीय एथलीट इतिहास रचने की उम्मीद कर रहे हैं।  
        
आयोजकों को इस बार एथलेटिक्स के प्रति लोगों की बढ़ती रुचि से यहां टूर्नामेंट में भारी दर्शक संख्या की उम्मीद है। चार से 13 अगस्त तक चलने वाली विश्व चैंपियनशिप में इस बार शुरुआत से ही दुनियाभर के ट्रैक एंड फील्ड के दीवानों की निगाहें जमैका के यूसेन बोल्ट पर लगी हुई हैं जहां वह करियर की आखिरी रेस के लिए उतरेंगे। इसके अलावा ब्रिटेन के लंबी दूरी के धावक मो फराह भी अपने घरेलू समर्थकों के बीच ट्रैक को अलविदा कह देंगे।
        
ब्रिटेन में भी पिछले कुछ वर्षों में और खासतौर पर वर्ष 2012 में लंदन में फराह और बोल्ट के जबरदस्त प्रदर्शन के बाद से एथलेटिक्स की लोकप्रियता काफी बढ़ी है और चैंपियनशिप के आयोजक इस बार इसी को भुनाने की कोशिश में हैं। 
 
हालांकि आयोजन समिति ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएएफ) तथा अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक नियमों के कारण विश्व चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह को इस बार बहुत भव्य नहीं किया जाएगा। 
        
इस बीच आईएएएफ ने फैसला किया है कि वह रूस के चैंपियनशिप में निलंबन को जारी रखेगा जबकि रूसी एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष दिमित्रि शायलाखतिन सार्वजनिक रूप से डोपिंग को लेकर माफी मांग चुके हैं। 
 
आईएएएफ की आमसभा में रूस पर नवंबर 2015 में लगाए गए निलंबन को 166-21 के अंतर से पास किया गया था। हालांकि रूस के करीब 19 एथलीटों को बिना रूसी झंडे के तहत स्वतंत्र एथलीट के रूप में उतरने की अनुमति दे दी गई है।
         
वहीं अरब के पांच देशों से रिश्ते खत्म होने के बाद कतर की टीम इस बार यहां और बेहतर प्रदर्शन के इरादे से उतर रही है जिसने पिछले संस्करण में दो स्वर्ण सहित पांच पदक जीते थे। (वार्ता) 
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