विकास को हरी झंडी, खिताबी हैट्रिक के लिए उतरेंगे
भुवनेश्वर। डिस्कस थ्रो में राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी और गत चैंपियन विकास गौड़ा को ट्रायल में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद छह जुलाई से यहां कलिंग स्टेडियम में होने वाली 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उतरने के लिए हरी झंडी मिल गई है, जहां उनका लक्ष्य खिताबी हैट्रिक बनाना होगा।
विकास सहित छह एथलीटों ने इस चैंपियनशिप में उतरने के लिए शनिवार और रविवार को अपना ट्रायल दिया था और उनके परिणाम चयन समिति के अध्यक्ष जीएस रंधावा को भेज दिए गए थे। समिति ने सभी छह एथलीटों को चैंपियनशिप में उतरने के लिए अपनी मंजूरी दे दी।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने मंजूरी की पुष्टि करते हुए मंगलवार को कहा, हमें यह बताते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि ट्रायल देने वाले सभी छह एथलीटों को मंजूरी मिल गई है और हमें उम्मीद है कि पूरा भारतीय दल उच्चस्तरीय प्रदर्शन करेगा। हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध थे कि फिट एथलीटों को ही चैंपियनशिप में उतारा जाए। हमें विश्वास है कि कलिंग स्टेडियम में भारतीय एथलीट तिरंगा फहराएंगे।
अमेरिका में रहने वाले स्टार डिस्कस थ्रोअर विकास बिना किसी प्रतियोगी तैयारी के भुवनेश्वर आए थे जिसके कारण उन्हें ट्रायल देने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने मई के आखिर में चुला विस्टा हाई परफार्मेन्स मीट में 62.35 मीटर तक डिस्कस फेंका था लेकिन यहां हुए ट्रायल में रविवार को उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 57.79 मीटर रहा था।
इसके बावजूद विकास को चैंपियनशिप में उतरने के लिए मंजूरी मिल गई। विकास ने 2005 में कोरिया के इंचियोन में हुई एशियाई चैंपियनशिप और फिर 2011 में जापान के कोबे में हुई एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीते थे। इसके बाद उन्होंने 2013 में पुणे में और दो वर्ष बाद चीन के वुहान में स्वर्ण पदक जीते थे। रियो ओलंपिक में हिस्सा ले चुके विकास के पास अब स्वर्णिम हैट्रिक बनाने का मौका रहेगा।
विकास के अलावा 110 मीटर दौड़ के बाधा धावक सिद्धांत तिंगालया, लांग जम्पर सिद्धार्थ मोहन नाइक और नयन जेम्स तथा ट्रिपल जम्पर कार्तिक उन्नीकृष्णन और जोयलीन एम लोबो को भी चैंपियनशिप में उतरने की मंजूरी मिल गई है।
26 वर्षीय सिद्धांत ने रविवार को हुए ट्रायल में उमस भरी परिस्थितियों में 14.04 सेकंड का समय निकाला। उन्होंने इससे पहले अरिजोना में एक इंविटेशनल मीट में दो बार 14 सेकंड से कम का समय निकाला था। इनमें से उनका एक समय 13.48 सेकंड था, जो किसी भारतीय बाधा धावक का सर्वश्रेष्ठ समय है।
यदि उनके इस समय को विश्व एथलेटिक्स संस्था अपनी मंजूरी दे देती है तो वह अगले महीने लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर जाएंगे। यदि अब वह यहां स्वर्ण पदक जीत लेते हैं तो भी उन्हें विश्व चैंपियनशिप का टिकट मिल जाएगा। इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीटों को सीधे ही विश्व चैंपियनशिप का टिकट मिल जाएगा।
लांग जम्पर सिद्धार्थ मोहन नाइक और नयन जेम्स तथा ट्रिपल जम्पर कार्तिक उन्नीकृष्णन और जोयलीन एम लोबो ने शनिवार को अपना फिटनेस टेस्ट पास कर लिया था। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के उप मुख्य राष्ट्रीय कोच राधाकृष्णन नायर और सचिव सीके वालसन ने इन एथलीटों के ट्रायल को देखा था। सिद्धार्थ ने लम्बी कूद में 7.40 मीटर और नयन ने 6.25 मीटर की छलांग लगाई, जबकि उन्नीकृष्णन ने तिहरी कूद में 15.92 मीटर और लोबो ने 12.79 मीटर की छलांग लगाई। (वार्ता)